विवादित तेज गेंदबाज एस श्रीसंत क्रिकेट में वापसी की उम्मीद लगाये हुए थे लेकिन बीसीसीआई ने श्रीसंत की उम्मीदों पर एक बार फिर से पानी फिर गया है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने कल अपना बयान जारी कर कहा है कि “श्रीसंत पर लगा आजीवन प्रतिबंध आगे भी जारी रहेगा।”
बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी ने पत्र में कहा है कि बोर्ड अनुशासन बनाए रखने को लेकर बेहद गंभीर है। सितंबर 2013 के फैसले में श्रीसंत पर लगाए गए आजीवन प्रतिबंध में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
एस. श्रीसंत ने खुद पर लगे प्रतिबंध को हटाने के लिए एक पुर्नविचार याचिका दी थी। श्रीसंत पर आजीवन प्रतिबंध लगाए जाने का फैसला बीसीसीआई के उपाध्यक्ष टीसी मैथ्यू और टीएन अनंथनारायण ने लिया था।
श्रीसंत के उपर जब से आजीवन प्रतिबंध लगा हुआ है तब से श्रीसंत बीसीसीआई द्वारा मान्यता प्राप्त कोई भी लीग मैच नहीं खेल सकते हैं। श्रीसंत पर बीसीसीआई या उससे संबंधित किसी राज्य संघ के स्टेडियम में मैच प्रैक्टिस करने पर भी बैन लगा हुआ है।
साल 2015 में दिल्ली पुलिस ने श्रीसंत के साथ दो अन्य खिलाड़ियों पर महाराष्ट्र संगठित अपराध नियत्रण अधिनियम(मकोका) के तहत मामला दर्ज किया था।
भारतीय तेज गेंदबाज एस श्रीसंत और राजस्थान रॉयल्स के उनके दो अन्य साथियों अजित चंदीला और अंकित चव्हाण को दिल्ली पुलिस ने आईपीएल-6 में स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों में गिरफ्तार किया गया था। .