कर्नाटक की जर्नलिस्ट गौरी लंकेश का मर्डर केस कलबुर्गी, पानसरे और दाभोलकर की हत्या के जैसा ही है। यह बात अब कलबुर्गी मर्डर केस की जांच कर रही सीआईडी की टीम भी कह रही है। सीआईडी टीम एसआईटी की टीम की भी मदद कर रही है, जो लंकेश की हत्या की जांच कर रही है।
एक न्यूज पोर्टल से बातचीत के दौरान सीआईडी टीम ने कहा है कि, ‘वह काफी आश्वस्त हैं कि जिस पिस्टल से कलबुर्गी, पानसरे और दाभोलकर की हत्या की गई है, उसी से गौरी लंकेश की भी हत्या हुई है। हमने एसआईटी टीम के साथ जानकारी शेयर कर दी है, अब यह एसआईटी पर निर्भर करेगा कि वह किस तरह इस लिंक को मजबूत करते हैं।’
न्यूज पोर्टल को दिए गए बयान में सीआईडी के एडीजीपी प्रताप रेड्डी ने कहा कि, ‘हम एसआईटी से सारी जानकारी शेयर कर रहे हैं और कोई भी लीड मिलने पर आगे बढ़ा दिया जाएगा। दूसरे केसों में भी महत्वपूर्ण सबूत पता किए गए हैं और उन्हें दूसरी एजेंसियों से शेयर किया जा रहा है। हालांकि हमारे अहम सबूत पर और जांच करने की जरूरत है।’
सबसे खास बात यह है कि कर्नाटक सीआईडी की टीम कलबुर्गी, पानसरे और दाभोलकर मर्डर के केस में वैज्ञानिक लिंक ढुंढने में सफल रही और अब वह इस बात पर आश्वस्त है कि इन सबूतों का गौरी लंकेश की मर्डर से भी ताल्लुक है।
रेड्डी ने कहा कि, ‘हमने कलबुर्गी, पानसरे और दाभोलकर मर्डर में लिंक पता किया है, हालांकि गौरी लंकेश केस के बारे में ज्यादा जानकारी एसआईटी की टीम ही दे सकती है।’ सीआईडी की टीम यह उम्मीद भी जता रही है कि गौरी लंकेश केस से कलबुर्गी केस को नतीजे तक पहुंचाने में मदद हासिल होगी।
रेड्डी ने कहा कि, ‘शुरुआती जांच में सभी केस एक जैसे लग रहे हैं। सभी में बाइकर्स द्वारा गोली मारी गई है। हालांकि अभी हत्या के पीछे मकसद जाने बिना कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। यदि एसआईटी की टीम दोनों केसों में महत्वपूर्ण लिंक साबित करने में सफल होती है, तो सीआईडी को भी इससे काफी मदद हासिल होगी।
सनातन संस्था रडार पर-
वहीं पत्रकार गौरी लंकेश हत्याकांड की जांच कर रही एसआईटी की टीम ने सनातन संस्था के लोगों से भी पूछताछ की है। इस संस्था का नाम गोविंद पनसारे, कलबुर्गी और दाभोलकर की हत्या में भी सामने आया था। दरअसल, एसआईटी की टीम को शक है कि जिन लोगों ने कन्नड़ साहित्यकार एम.एम. कलबुर्गी की हत्या की थी, उन्हीं लोगों ने ही गौरी लंकेश की भी हत्या की है।
एक अखबार में छपी खबर के अनुसार गौरी लंकेश, कलबुर्गी, पानसारे और दाभोलकर की हत्या 7.65 mm पिस्टल से हुई थी। बीते दिनों कर्नाटक के गृहमंत्री रामलिंगा रेड्डी ने भी कहा था कि गौरी लंकेश केस की जांच कर रही एसआईटी की टीम को कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं। हत्यारों को पुलिस जल्द ही गिरफ्तार कर लेगी।