बीसीसीआई ने कप्तान विराट कोहली पर दबाव बनाया है कि उन्हें ‘कॉन्फ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट’ के तहत ओएनजीसी (ऑयल एंच नेचुरल गैस कॉरपोरेशन लिमिटेड) का मैनेजर पद छोड़ना होगा। कप्तान के अलावा बीसीसीआई ने अजिंक्य रहाणे, चेतेश्वर पुजारा सहित करीब सौ भारतीय क्रिकेटरों को सख्त चेतावनी जारी की है।
विराट कोहली ने कई स्थानीय टूर्नामेंट में ओएनजीसी का प्रतिनिधित्व किया है। जो सार्वजनिक क्षेत्र के फर्म से जुड़े हुए हैं। मीडिया रिपोर्ट को मानें, तो बीसीसीआई ने विराट को ओएनजीसी से खुद को अलग करने को कह दिया है।
सुप्रीम कोर्ट की क्रिकेट प्रशासक समिति (सीओए) ने बोर्ड को यह स्पष्ट कर दिया है कि कोई भी खिलाड़ी किसी सरकारी या सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के पदों पर नहीं रह सकता है।
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने बोर्ड को सलाह दी है कि वह सार्वजनिक क्षेत्र के फर्मों से जुड़े सभी क्रिकेटर्स को नौकरी छोड़ने को कहे। इस मुद्दे पर नई दिल्ली में होने वाली अगला एसजीएम में चर्चा की जाएगी।
बता दें कि ‘कॉन्फ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट’ के मुद्दे पर पहले भी सुनील गावस्कर, राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली भी परेशान रहे हैं।