पूजा में दीपक जलाने का एक महत्व है। कहा जाता है कि दीपक जलाए बिना पूजा अधूरी मानी जाती है। पुराणों की मानें तो पूजा में घी और तेल का दीपक जलाना चाहिए। दीपक जलाने का मतलब होता है कि अपने जीवन से अंधकार हटाकर प्रकाश फैलाना। प्रकाश ज्ञान का प्रतीक होता है। इसलिए कहा जाता है कि पूजा में दीपक जलाकर हम अंधकार को अपने जीवन से बाहर करते हैं। यहां हम आपको बता रहे हैं, पूजा में दीपक जलाने से पहले कुछ बातों को ध्यान में रखना जरूरी है।
1.) धार्मिक कार्यों में केवल घी और तेल का दीपक ही जलाना चाहिए। इसके अलावा किसी भी चीज का दीपक नहीं जलाना चाहिए।
2.) दीपक जलाते समय इस बात का ध्यान रखें कि यह पूजा के बीच में बुझे नहीं बल्कि काफी समय तक जलता रहे। कहा जाता है कि पूजा के बीच में दीपक बुझना नहीं चाहिए। इसे अशुभ माना जाता है।
3.) पूजा के समय इस बात का भी ध्यान रखें कि घी का दीपक जलाने के तुरंत बाद तेल का दीपक नहीं जलाना चाहिए।
4.) पूजा में एक दीपक से दूसरा दीपक जलाना भी शुभ नहीं होता है। इसलिए हर दीपक को प्रज्जवलित करते समय इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए।
5.) जब भी पूजा के दौरान दीपक जलाएं तो इस बात का ध्यान जरूर रखें कि दीपक साफ सुथरा हो और कहीं से टूटा-फूटा न हो। किसी भी पूजा में टूटा हुआ दीपक रखना वर्जित माना गया है।