मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में तीन तलाक की ऐतिहासिक सुनवाई लगातार जारी है। सुनवाई के दौरान ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की ओर से वकील कपिल सिब्बल ने एक बयान दिया जिससे राजनीतिक जंग छिड़ गयी है।
सिब्बल ने अपने बयान में कहा था कि, “राम का अयोध्या में जन्म होना, आस्था का विषय हो सकता है तो तीन तलाक का मुद्दा क्यों नहीं।”
आस्था और अत्याचार ये एक कैसे हो सकते हैं?
और "अयोध्या में राम जन्म" ये आस्था ही नहीं अपितु परम् सनातन सत्य हैं। pic.twitter.com/OoPdM9h81q— Sambit Patra (@sambitswaraj) May 17, 2017
बीजेपी नेता प्रवक्ता संबित पात्रा ने सिब्बल पर इस बात को लेकर हमला किया है और संबित पात्रा ने कहा कि ‘तीन बार राम बोलो तो दुःख दूर होता है, तीन बार तलाक़ बोलो तो दुःख शुरू होता है। यही फ़र्क़ है राम और तलाक़ में’ बुधवार सुबह इस मुद्दे पर फेसबुक पोस्ट किया।
सिब्बलजी तीन बार राम बोलो तो दुःख दूर होता हैतीन बार तलाक़ बोलो तो दुःख शुरू होता हैयही फ़र्क़ है राम और तलाक़ मैं
Posted by Dr. Sambit Patra on Tuesday, May 16, 2017
यूपीए 2 के दौरान रामसेतु के मुद्दे पर जब सुप्रीम कोर्ट में कांग्रेस सरकार ने बयान दिया था कि राम सेतु जैसी कोई चीज़ नहीं है, यह एक कोरी कल्पना है। उस समय भी सिब्ब्ल ही केंद्र सरकार की ओर से वकील थे। कपिल सिब्बल ने कहा कि इस्लाम धर्म ने महिलाओं को काफी पहले ही अधिकार दिये हुए हैं। परिवार और पर्सनल लॉ संविधान के तहत हैं, यह व्यक्तिगत आस्था का विषय है।