कानपुर: गंगा प्रदूषण रोकने के लिए अगले माह धनराशि मिलने की उम्मीद है। जाजमऊ के कॉमन इंफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट, पंपिंग स्टेशन और पाइप लाइन की मरम्मत के लिए 17.88 करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट की मंजूरी से पहले एडीएम सिटी धर्मेंद्र सिंह ने जाजमऊ जाकर प्रस्तावित कार्यों को देखा और कार्यों को तत्काल कराने पर अपनी सहमति जताई। जल निगम के महाप्रबंधक आरके अग्रवाल का कहना है कि जल्द ही प्रोजेक्ट के लिए धन मिलने की उम्मीद है।
जाजमऊ के शीतला बाजार, छबीलेपुरवा, वाजिदपुर, बुढ़िया घाट पर पंपिंग स्टेशन बने हैं। इन पंपिंग स्टेशनों के पंप पुराने हो गए हैं इसलिए वे पूरी क्षमता से काम नहीं कर रहे हैं।अक्सर टेनरियों का पानी और सीवर यहां से बाईपास चैनल के माध्यम से गंगा में बहा दिया जाता है।
इसी तरह सीवर लाइन और टेनरियों का पानी ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचाने वाला नाला क्षतिग्रस्त हो गया है। कई जगह टेनरियों का पानी सीवर में मिलकर प्लांट तक जाता है। अब टेनरियों का नाला फिर से बनेगा। पंपिंग स्टेशन की मोटर और पाइप बदले जाएंगे।
इन कार्यो के लिए 17.88 करोड़ रुपये की जरूरत है जो अगले माह मिलने की उम्मीद है। डीएम सुरेंद्र सिंह ने प्लांटों का निरीक्षण किया और यह माना कि गंगा को प्रदूषित होने से बचाने के लिए यह काम जरूरी है।