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जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) ने पहली बार करगिल विजय दिवस मनाया और जेएनयू गेट से कन्वेंशन सेंटर तक शहीदों की शान में 2200 फीट के झंडे के साथ तिरंगा मार्च निकाला पहली बार करगिल विजय दिवस का जश्न मनाया गया। जेएनयू में करगिल विजय दिवस के जश्न में क्रिकेटर गौतम गंभीर, रिटायर्ड मेजर जनरल जीडी बख्शी, सुप्रीम कोर्ट की वकील मोनिका अरोड़ा, वेटरंस इंडिया के प्रेजिडेंट बीके मिश्रा समेत कई शख्सियत पहुंचीं। आर्मी बैंड, तिरंगा मार्च और 23 शहीदों के परिवार के साथ जेएनयू में यह जश्न मनाया गया। करगिल विजय दिवस के जश्न के मौके पर मंत्री वीके सिंह और धर्मेंद्र प्रधान भी कैंपस पहुंचे।

जेएनयू के छात्रों में देशभक्ति जगाने के लिए अब एक आर्मी टैंक का इंतजाम भी किया जा सकता है। जेएनयू के वीसी ने जनरल वीके सिंह से अपील की कि वह जेएनयू के लिए एक पुराने आर्मी टैंक का इंतजाम करने में मदद करें, ताकि यूनिवर्सिटी की किसी खास जगह उसे रखा जा सके।

जेएनयू के वीसी जगदीश कुमार ने कहा कि यूनिवर्सिटी के भीतर एक आर्मी टैंक छात्रों को भारतीय सेना के त्याग और बलिदान की याद दिलाता रहेगा। इस मौके पर धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, जेएनयू ने देश के लिए एक उदाहरण दिया है कि वह आर्मी के जवानों के लिए कितनी इज्जत रखता है। वीके सिंह ने करगिल की लड़ाई और जवानों के अनुभवों को स्टूडेंट्स के साथ बांटा।