Javed-Habib

आज हम आपको एक ऐसे शख्स  की कहानी बताने जा रहे हैं जिसके पिता कभी नहीं चाहते थे कि उनका बेटा उनके खानदानी पेशे को अपनाये। इसलिए उनके पिता ने उनको इस काम से दूर रखने के लिए जवाहर लाल युनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की पढ़ाई कराई । लेकिन अपने पिता की हर सम्भव कोशिशों के बावजूद ये शख्स इस पेशे में आ ही गया और ना सिर्फ अपने खानदानी काम को आगे बढ़ाया बल्कि दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे मशहूर हेयर स्टाइलिस्ट बना . जी हाँ हम बात कर रहे हैं जावेद हबीब की ।

आज जावेद हबीब फैशन इंडस्ट्री और हेयर स्टाइलिंग की दुनिया का वो मशहूर नाम है जिससे शायद ही कोई अनजान होगा। जिस देश में नाई के पेशे को अपनाने में भी लोग कतराते थे ,जिस काम को दुनिया में हेय दृष्टि से देखा जाता था, उसी काम को आज की युवा पीढ़ी गर्व से अपने करियर के रूप में अपना रही है और उसे अपनी जीविकोपार्जन का  सहारा बना रही है और इसका पूरा श्रेय जाता है दुनिया के मशहूर हेयर स्टाइलिस्ट जावेद हबीब को ।

Javed-Habib

ये इनका ख़ानदानी पेशा था । इनके पिता ,इनके दादा -परदादा इसी काम से अपनी रोज़ी-रोटी चला रहे थे पर इनके पिता जावेद को इस पेशे में नहीं लाना चाहते थे इसलिए इनके पिता ने इनको अच्छी तालीम देने के लिए जवाहर लाल यूनिवर्सिटी  से स्नातक की पढ़ाई कराई ताकि जावेद को एक अच्छी नौकरी मिल सके। इनके पिता ये जानते थे कि उनका ये पेशा उन्हें खाने के लिए रोटी तो दे सकता है पर समाज में हसम्मान नहीं दिला सकता क्योंकि रूढ़िवादी समाज में नाई के पेशे को एक कमतर और नीच पेशा माना जाता था।

समाज की इसी सोच को बदलने के इरादे से जावेद हबीब ने इसी पेशे में अपना करियर बनाने की ठान ली और ऐसा नहीं कि वो सिर्फ ये बाकी हेयर ड्रेसर की तरह और अपने पूर्वजों की तरह इस काम को करना चाहते थे बल्कि जावेद इस काम को एक उच्च स्तर पर ले जाना चाहते थे इसलिए उन्होंने बचपन से ही इस काम की बारीकियां सीखना शुरू कर दिया था। और आज जावेद हबीब दुनिया के सबसे बड़े और सफल हेयर स्टाइलिस्ट हैं। जावेद हबीब का मानना है कि अगर किसी भी काम को पूरी ईमानदारी से किया जाए तो कभी भी किसी भी काम में लोगो को नुकसान नहीं होगा। काम कोई भी हो अगर उसे पूरे जूनून के साथ किया जाये तो हर काम एक अलग स्तर तक जा सकता है।

Javed-Habib

जावेद हबीब के पूर्वज और इनके दादा’नाज़िर अहमद’  ‘लार्ड मॉउन्टबेटन ‘और देश के पहले प्रधानमंत्री ‘पंडित जवाहर लाल नेहरू’ के हजाम(नाई ) रह चुके थे। जावेद के पिता ने भी अपने खानदानी पेशे को आगे बढ़ाने के लिए बचपन से ही राष्ट्रपति भवन में नाई का काम किया। हबीब बचपन से ही इस पेशे को इस काम को देखते हुए ही बड़े हुए थे फिर वो इस काम से कैसे दूर हो सकते थे।

हबीब ने इसी फील्ड में अपना करियर बनाने के लिए लंदन में आर्ट एंड साइंस में हेयर स्टाइलिंग का 2 साल का डिप्लोमा कोर्स भी किया।
अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद जावेद को पूरी तरह से ये यकीन हो गया कि हेयर स्टाइलिंग दुनिया का सबसे नियमित बिज़नेस है क्योंकिदुनिया में कुछ भी हो लोग अपने हेअरकट तो ज़रूर करवाएंगे और ऊपर से बॉलीवुड का भी इस बिज़नेस में बड़ा योगदान रहता है क्योंकि  बॉलीवुड स्टार्स जैसी हेयर स्टाइल रखते हैं , उनके फैन्स वैसी ही हेयर स्टाइल रखना चाहते हैं। पर इस पेशे में एक सबसे बड़ी समस्या ये थी कि ये बिज़नेस बाकी बिज़नेस की तरह बड़ा और संस्थानिक नहीं था। इसलिए इस बिज़नेस को बढ़ाने के लिए जावेद ने 5 सालों के अंदर ही देश के अलग -अलग शहरों में 50 से भी ज़्यादा अपने सैलून खोले। उन्होंने वहां कई लोगों को प्रशिक्षित किया तथा उन्हें रोजगार का सुनहरा अवसर मुहैया कराया।

जावेद हबीब ने इस प्रोफेशन को नयी ऊँचाइयाँ देने के लिए और अपनी कंपनी के ऐड के लिए इंडस्ट्री के टॉप मॉडल्स को चुना क्योँकि वो जानते थे कि बड़े काम के लिए बड़े नाम की ज़रूरत होती है। ‘जावेद हबीब’ के इंडोर्स्मेंट के लिए हबीब ने कई सेमिनार तथा अवेयरनेस प्रोग्राम चलाये। वर्तमान समय में जावेद हबीब के 92 से ज्यादा शहरों में सैलून हैं और इनके पूरे दिन में इनके सभी सैलून के कस्टमर की कुल संख्या 150000 से भी ज़्यादा होती है। जावेद हबीब बॉलीवुड के भी कई सितारों जैसे शाहरुख़ खान ,सलमान खान ,अमिताभ बच्चन और अभिनेत्रियां ऐश्वर्या राय ,करीना कपूर आदि ज्यादातर हस्तियों की हेयर स्टाइलिंग कर चुके हैं।

जावेद हबीब अब इस प्रोफेशन को रूरल एरियाज में भी ले जाना चाहते हैं जिसके लिए हबीब ने 30 trichology नामक insitute भी खोला है जिसमें  वो लोगों को हेयर स्टाइलिंग की ट्रेनिंग देते हैं। भारत के अलावा मलेशिया और नेपाल में भी इन्होनें trichology insitute खोला है।

Javed-Habib

जावेद हबीब बताते हैं , ”मुझे दुनिया की सबसे बड़ी बर्गर बनाने वाली कंपनी ‘मैक्डोनाल्ड’ से प्रेरणा मिली कि किसी भी बिज़नेस को बड़ा कैसे बनाते हैं ? मैंने सोचा कि अगर मैक्डोनाल्ड पूरी दुनिया में अपने बर्गर को बेच कर इतना बड़ा नाम बना सकती है तो मैं अपने उस काम को एक बड़ा ब्रांड कैसे नहीं बना सकता जिसकी आम आदमी से लेकर हर ख़ास आदमी को रोज़ ज़रूरत पड़ती है।”

हबीब का सपना था कि पूरी दुनिया के हर एक शहर में ‘जावेद हबीब’ का कम से कम एक सैलून तो होना ही चाहये ,और आज उनका सपना लगभग पूरा हो भी गया है। जावेद हबीब सैलून दुनिया का सबसे बड़ा ब्रांड बन गया है।लेकिन उनका मानना है कि बिना कड़ी मेहनत और जूनून के बिना ये सपना कभी पूरा नहीं सकता था।

लिम्का बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में जावेद हबीब के नाम बिना ब्रेक के 410 लोगों का हेअरकट करने का रिकॉर्ड भी दर्ज है। जावेद हबीब देश के पहले ऐसे हेयर स्टाइलिस्ट हैं जो हेयर कलरिंग के लिए भी फेमस हैं। हेयर स्टाइलिस्ट जावेद हबीब को सनसिल्क ने अपना ब्रांड एम्बेस्डर भी बनाया है।
फैशन इंडस्ट्री में उनकी हेयर स्टाइल (स्पीकी हेयर ) भी बहुत पॉपुलर है।

जावेद का मानना है कि कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता है बस उस काम को करने का तरीका ही उसको छोटा या बड़ा बनाता है। हर वो इंसान जो अपनी लाइफ में बड़ा बनना चाहता है तो उसे बड़ा काम करने की ज़रूरत नहीं बल्कि अपने काम को ही बड़ा बनाने की ज़रूरत है। हर इंसान को अपना काम ऐसे करना चाहिए ‘‘जैसे बीथोवन ने संगीत रचा था ,कालिदास ने रचनायें और शेक्सपिअर ने नाटक रचा था ,अगर कोई इंसान सड़क पर झाड़ू भी लगा रहा है तो उसे अपना काम इतनी सफाई से करना चाहिये ताकि जो लोग वहां से गुजरें तो बस यही कहें कि यहाँ एक महान इंसान रहता था जिसने अपना काम पूरी ईमानदारी से किया था।”