बॉल

भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की नो-बॉल देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी ‘मशहूर’ हो गई है। बुमराह की नो बॉल का प्रयोग पाकिस्तान में भी ट्रैफिक रूल्स समझाने में किया जा रहा है।

बता दें कि आईसीसी चैंपियंस ट्रोफी 2017 के फाइनल में बुमराह ने पाकिस्तानी सलामी बल्लेबाज फखर जमान को एक नो-बॉल फेंकी थी। इस गेंद पर फखर जमान आउट हो गए थे लेकिन बुमराह का पैर क्रीज के बाहर था इसलिए जमान को जीवनदान मिल गया।

जयपुर ट्रैफिक पुलिस ने इसे एक सुरक्षा अभियान का विज्ञापन बना दिया। पुलिस ने लोगों को लाइन न क्रॉस करने का आह्वान किया है। पुलिस ने लिखा है कि लाइन क्रॉस न करें, आप जानते हैं कि यह महंगा पड़ सकता है।

लेकिन भारतीय टीम के तेज गेंदबाज बुमराह को यह विज्ञापन ज्यादा पसंद नहीं आया। उन्होंने टि्वटर पर अपनी नाराजगी जाहिर भी की। उन्होंने पोस्टर का स्क्रीनशॉट लगाया और जयपुर पुलिस को टैग करते हुए लिखा- ‘इससे पता चलता है कि अपना सर्वश्रेष्ठ देने के बाद भी आपको कितना सम्मान मिलता है।’

अगले ट्वीट में उन्होंने लिखा कि वह इस तरह इंसान नहीं है जो दूसरों की गलतियों का मजाक उड़ाएं क्योंकि उन्हें लगता है कि इनसान से गलतियां हो सकती हैं।

जिसके बाद जयपुर ट्रैफिक पुलिस ने टि्वटर पर माफी मांगते हुए लिखा कि उनका मकसद उनकी या लाखों क्रिकेट प्रेमियों की भावनाएं आहत करने का नहीं था। वह केवल ट्रैफिक नियमों के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने का काम करना चाहते थे।