सीबीआई की स्पेशल कोर्ट द्वारा राम रहीमको 20 साल की जेल की सजा हुई है। पहले खबर सामने आई थी की उनको 10 साल की सजा सुनाई गयी है। राम रहीम की सजा का ऐलान होते ही उसकी मां नसीब कौर ने डेरा सच्चा सौदा की आपात बैठक बुलाकर राम रहीम के बेटे को 33 वर्षीय जसमीत सिंह को डेरा सच्चा सौदा का अगला प्रमुख बनाया गया है।
इस आपातकालीन बैठक में कमेटी के 45 सदस्य थे, जिन्होंने मिलकर यह फैसला लिया। नसीब कौर ने इस प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा करने को कहा है।
नसीब कौर ने सभी सदस्यों से जसमीत को स्वीकार करने की अपील की है। बता दें कि इस रेस में जसमीत सिंह (33) के अलावा, राम रहीम की बेटी चरणप्रीत (36), अमरप्रीत (35) और दत्तक पुत्री हनीप्रीत (42) भी थें।
20 साल की सजा और 15-15 लाख जुर्माना
रेप को दो मामलों में उनको 10-10 साल की जेल की सजा मिली है। सिर्फ यही नहीं इसके साथ ही 15-15 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। जो पीड़िता को दिया जाएगा।
रोते हुए मांगी माफ़ी
जब जज ने राम रहीम को सज़ा सुनाई तो उसके हाथ-पैर कांपने लगे और उसकी आँखों में आंसू आ गए। वो लगातार जज से माफ़ी की गुहार करने लगा। फिर गुरमीत अदालत में ज़मीन पर बैठ गया और बोला कि वो यहीं रहेगा , कहीं नहीं जाएगा।
जज ने दोनों पक्षों को बहस के लिए 10-10 मिनट का समय दिया था। अभियोजन पक्ष ने राम रहीम के लिए उम्रकैद की मांग की थी। तो वहीं बचाव पक्ष ने कहा कि राम रहीम समाज सेवी हैं। उन्होंने कई भलाई के काम किए हैं। इसका संज्ञान लेते हुए सजा में नरमी बरती जानी चाहिए।
40 रुपये रोज का मिलेगा मेहनताना
राम रहीम को सजा मिलने के बाद वह पूरी रात जेल के बैरक में जागते हुए इधर से उधर घूमता रहा। गुरमीत ने खाने में सिर्फ आधी रोटी ही खाई। जबकि राम रहीम को खाने में 4 रोटी और सब्जी दी गई थी।
अब राम रहीम को माली के अलावा फैक्ट्री में भी काम करना होगा। इसके लिए उसे 40 रुपये रोज का मेहनताना दिया जाएगा। राम रहीम को जेल प्रशासन ने कैदी नंबर 8647 दिया है।