जयपुर। राजस्थान का कुख्यात गैंगस्टर आनंदपाल सिंह के एनकाउंटर के आज दसवें दिन भी उसका अंतिम संस्कार नहीं किया गया। उसकी लाश घर के आँगन में सड़ रही है। लेकिन उसके परिवार वाले अपनी मांगों पर अड़े हैं। मरने के बाद पहले तो परिजन शव लेने को तैयार नहीं थे, अब शव ले लिया तो अंतिम संस्कार को तैयार नहीं है।
परिवारजनों की मांग है की सरकार आनंदपाल एनकाउंटर की सीबीआई जांच कराए और उसके गिरफ्तार भाईयों को अंतिम संस्कार के समय मौके पर लाया जाए। लेकिन राजस्थान सरकार अभी इस मामले में कोई निर्णय नहीं लिया है।
वहीं पुलिस ने आनंदपाल के पैतृक गांव सांवराद आने वाले सभी मार्गों को बड़े-बड़े खड्डे खुदवाकर सील कर दिया ताकि बाहरी लोग यहाँ प्रवेश ना कर सकें।
इसके साथ ही भारी संख्या में पुलिस बल गांव आने वाले सभी रास्तों पर तैनात किया गया है। दो दिन से घर में ही बर्फ पर रखे शव को खराब होने से बचाने के लिए आनंदपाल का वकील एक डी-फ्रीज लेकर पहुंचा, लेकिन पुलिस ने गांव में प्रवेश नहीं करने दिया।
इससे पहले शव छह दिन तक रतनगढ़ अस्पताल की मोर्चरी के डी-फ्रीज में ही रखा रहा। इस बीच गुरूवार को आनंदपाल की मां ने शव का दोबारा पोस्टमार्टम एम्स के चिकित्सकों से कराने की मांग करते हुए रतनगढ़ एडीजे कोर्ट में अपील की। कोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन के मुताबिक एनकाउंटर में मारे गए व्यक्ति का पोस्टमार्टम किसी ए श्रेणी के अस्पताल में कराने के निर्देश दिए।
इस पर शुक्रवार को वरिष्ठ चिकित्सकों के मेडिकल बोर्ड ने चूरू जिला अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम किया। इसके बाद भी परिजन शव लेने को तैयार नहीं हुए तो शनिवार सुबह भारी पुलिस बल के साथ शव आनंदपाल के पैतृक गांव सांवराद स्थित घर में पहुंचा दिया गया।
आपको बता दें कि 24 जून की रात पुलिस ने चूरू के सांवराद गांव में रात को 11 बजे के लगभग आनंदपाल सिंह का एनकाउंटर कर दिया था, जिसके बाद से क्षेत्र में तनाव का माहौल बना हुआ है।