सिंगापुर, 30 अप्रैल 2021
पूरी दुनिया में एक साल पहले एक साथ कोरोना ने जमकर आतंक मचाया था। पूरा विश्व एक जलती चिता पर रखा था। उस दौरान रोज लाखों लोगों को कोरोना निगल रहा था। धीरे-धीरे स्थिति समान्य हुई। फिर से जिंदगी पटरी पर आई और वैक्सीन का लगना शुरू हुआ, लेकिन एक साल बाद भारत की पहले से बेहतर होती स्थिति में अचानक होली के बाद बड़ा बदलाव आया। देश के लोगों ने सोचा कि वैक्सीन आ गई तो जिंदगी भी पटरी पर आ जाएगी, लेकिन लोगों की लापरवाही ने फिर से देश में कोरोना को हावी कर दिया। आलम यह है कि कोरोना की दूसरी लहर से अस्पतालों से लेकर घरों के अंदर तक मरीजों की लंबी लाइन लग गई। इस दौरान भारत में जारी कोरोना के कहर का असर अब ब्लूमबर्ग की ताजा रैंकिंग में दिखा रहा है।
जो भारत कभी bloomberg covid resilience ranking में 10वें पायदान पर था, वो अब सीधे 30 नंबर पर पहुंच गया है। इसके पीछे की वजह कुछ ही हफ्तों में बढ़े बेतहाशा कोरोना के नए मामले, वैक्सीनेशन में ढील और दूसरे तमाम वो कारण है, जिन्होंने मौजूदा वक्त में भारत को कोरोना काल में दुनिया के सबसे सुरक्षित देशों की लिस्ट में बहुत नीचे खिसका दिया है। अब इस लिस्ट में भारत और पाकिस्तान में ज्यादा अंतर नहीं रहा है। जहां भारत 30वें स्थान पर है वहीं पाकिस्तान 35वीं रैकिंग पर है।
वहीं ब्लूमबर्ग की अप्रैल की रैंकिंग की इस लिस्ट में न्यूजीलैंड को पछाड़ते हुए सिंगापुर आगे आ गया है यानी कि कोविड-19 के दौरान रहने के लिए सिंगापुर सबसे बेहतरीन देश है। बता दें कि फैलते कोरोना के बावजूद उसको रोकने और वैक्सीनेशन के कारण सिंगापुर पहले स्थान पर आ गया है। वहीं न्यूजीलैंड के बाद ऑस्ट्रेलिया, इजरायल, ताइवान और दक्षिण कोरिया भी इस लिस्ट की टॉप 6 देश हैं।