गुरदासपुरः दिल को हिलाकर रख देने वाली यह तस्वीरें गुरदासपुर के कस्बा कादियां की हैं , जहां इराक से ताबूत में बंद होकर आए पुत्र को देखकर परिवार में मातम छा गया। राकेश रोजी रोटी कमाने के लिए इराक गया था मगर वहां आतंकवादियों के हाथों मारा गया। जैसे ही राकेश के घर उसका शव पहुंचा , माहौल गमगीन हो गया। भाई के विवाह की आस लगाकर बैठीं बहनों ने जब राकेश के ताबूत पर सेहरा बांधा तो देखने वालों की आंखें से आंसू बहने लगे। परिवार ने भले ही राकेश को ताबूत सहित ही दफना दिया परन्तु वह आखिरी बार अपने लाडले को देख भी नहीं पाए।
इस अवसर पर कादियां नगर कौंसिल अध्यक्ष जरनैल सिंह माहल व श्री हरगोबिन्दपुर विधायक बलविन्दर सिंह लाडी भी कादियां पहुंचे। देर सायं ईसाइयों के कब्रिस्तान में राकेश कुमार के पार्थिव शव को दफना दिया गया। मदन लाल का कहना था कि सरकार ने उनके बेटे का शरीर तो उनके सुपुर्द कर दिया है लेकिन उनके बेटे की कोई भी निशानी दे।