भारत की एक महिला उज्मा ने पाकिस्तानी नागरिक से निकाह करने के बाद भारतीय उच्चायोग में शरण ली है। सूत्रों के अनुसार महिला ने पांच मई को इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग से मदद मांगी और अब उसे आवश्यक मदद मुहैया कराई जा रही है। सूत्रों के मुताबिक भारतीय उच्चायोग इस संबंध में पाकिस्तानी विदेश विभाग और भारत में महिला के परिवार के संपर्क में है।
जज के सामने उज्मा ने बताई सारी बात
सोमवार को उज्मा ने पाकिस्तान में सत्र न्यायालय के जज के सामने बताया कि मेरे साथ जबरदस्ती की गई है। गनपॅाइंट पर रखकर मुझसे शादी की गई। मैं यहां पर शादी करने नहीं आई थी। मुझे रोजाना पीटा जाता था और परेशान किया जाता था। उज्मा ने बताया कि ताहिर के घर में जो बच्चे थे, वो उसे पापा बुलाते थे। मैं एंबेसी से बाहर नहीं जाना चाहती। ताहिर ने मेरे सारे डाक्यूमेंट और सारा सामान अपने पास रख लिया। मैं उच्चायोग में ही रहना चाहूंगी और यहीं से सुरक्षित वापस जाना चाहती हूं।
इस वजह से उज्मा ने मांगी मदद
पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी किया है। उसमें भारतीय उच्चायोग ने उज्मा के हवाले से कहा है कि ताहिर पहले से ही शादीशुदा है और उसके चार बच्चे हैं। उज्मा ने यही शिकायत करते हुए खुद को भारत वापस भेजे जाने का अनुरोध किया है।
ताहिर अली ने लगाया आरोप
अली ने आरोप लगाया है कि अधिकारियों ने उनके तीन मोबाइल फोन भी वापस देने से मना कर दिया है। पाकिस्तानी मीडिया ने बताया कि यह मामला इस्लामाबाद द्वारा कूटनीतिक स्तर पर उठाया गया है। पाकिस्तानी विदेश कार्यालय के हवाले से कहा है कि वह भारतीय मिशन के संपर्क में है और इस मुद्दे को जल्द सुलझा लिया जाएगा।
ये था पूरा मामला
भारतीय महिला उज्मा ने तीन मई को पाकिस्तानी नागरिक ताहिर अली से निकाह रचाया था। ताहिर और उज्मा आठ महीने पहले मलेशिया में मिले थे। उसके बाद दोनो में प्यार हुआ और जिसके बाद उज्मा एक मई को वाघा-बार्डर के रास्ते से पाकिस्तान पहुंची। उसके बाद दोनों ने निकाह कर लिया। फिर ताहिर अली अपनी पत्नी उज्मा के साथ भारतीय वीजा के लिए आवेदन करने उच्चायोग गया था। पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक उज्मा ने वहां से नई दिल्ली स्थित अपने भाई को फोन किया और अपनी शादी के बारे में बताया था। उसके भाई ने कथित तौर पर उसे हनीमून के लिए भारत आने को कहा और उसे बताया कि भारतीय उच्चायोग में वह अदनान नामक एक व्यक्ति से मिले, जो यात्रा के लिए वीजा का बंदोबस्त करा देगा, उसके बाद अधिकारियों द्वारा बुलाए जाने के बाद उज्मा अंदर गई, जबकि उसका पति बाहर ही रह गया। जब ताहिर की पत्नी कई घंटों बाद भी वापस नहीं लौटी, तो उसने भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों से अपनी पत्नी के बारे में पूछा, जिन्होंने उसे बताया कि उज्मा वहां नहीं है।