केपटाउन: दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट में विराट कोहली की टीम इंडिया के समक्ष घरेलू मैदान की अपनी सफलता को बरकरार रखने की कठिन चुनौती है. टीम इंडिया पहले क्रिकेट टेस्ट के साथ जब विदेशी सरजमीं पर 12 टेस्ट के अपने अभियान की शुरुआत करेगी तो उसका लक्ष्य देश के साथ विदेश मैदानों पर अपना दबदबा बनाना होगा. भारत के कठिन 2018-19 सत्र की शुरुआत दक्षिण अफ्रीका में तीन टेस्ट के दौरे से होगी जबकि इसके बाद उसे इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के कठिन दौरों पर भी जाना है. मैच में दक्षिण अफ्रीका टीम ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया है. पहले टेस्ट के पहले दिन लंच के समय दक्षिण अफ्रीका का स्कोर तीन विकेट पर 107 रन हैं. एबी डिविलियर्स 59 और फाफ डु प्लेसिस 37 रन बनाकर क्रीज पर हैं.
पहला सेशन: भुवनेश्वर ने दिए दक्षिण अफ्रीका को तीन झटके
भुवनेश्वर कुमार ने भारतीय टीम को आदर्श शुरुआत दी. उन्होंने पहले ही ओवर में ओपनर डीन एल्गर (0) को विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा के हाथ कैच करा दिया. मेहमान टीम इस झटके से संभल भी नहीं पाई थी कि भुवी ने अपने दूसरे और पारी के तीसरे ओवर में एडन मार्कराम (5 रन, 11 गेंद, एक चौके) को एलबीडब्ल्यू कर दिया.दो विकेट बेहद जल्द गिरने से दक्षिण अफ्रीका टीम दबाव में आ गई. दक्षिण अफ्रीका का तीसरा विकेट भी भुवनेश्वर कुमार के खाते में गया. उन्होंने भरोसेमंद हाशिम अमला (3) को विकेटकीपर साहा के हाथों झिलवाया.12 रन पर दक्षिण अफ्रीका का तीसरा विकेट गिरा.भुवी के साथ मोहम्मद शमी ने भारतीय गेंदबाजी की शुरुआत की थी. पारी के 9वें ओवर में डिविलियर्स ने भुवी को चार चौके लगाकर दबाव को हटाने की कोशिश की. इस ओवर में 17 रन बने.पारी के 10वें ओवर में शमी के स्थान पर डेब्यू कर रहे जसप्रीत बुमराह को बॉलिंग के लिए उतारा गया.
पारी के 15वें ओवर में भुवनेश्वर की जगह शमी गेंदबाजी पर आए जिनका स्वागत डिविलियर्स ने दो चौके लगाकर किया. 16वें ओवर में डु प्लेसिस ने भी बुमराह को दो चौके जड़े. तीन विकेट गिरने के बाद भी दक्षिण अफ्रीका का स्कोर तेजी से बढ़ रहा था. भुवनेश्वर के आक्रमण से हटने के बाद दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज राहत में नजर आए. 20 ओवर के बाद दक्षिण अफ्रीका का स्कोर तीन विकेट पर 71 रन था.इसके बाद डिविलियर्स ने अर्धशतक पूरा किया, इसमें उन्होंने 55 गेंदों का सामना करते हुए 10 चौके लगाए.24वें ओवर में भुवनेश्वर को फिर से आक्रमण पर लाया गया.पहले दिन लंच के समय दक्षिण अफ्रीका का स्कोर तीन विकेट पर 107 रन था.
भारतीय टीम के लिए जसप्रीत बुमराह ने इस मैच के जरिये अपने टेस्ट करियर का आगाज किया. तेज गेंदबाजी में उनका साथ देने के लिए भुवनेश्वर कुमार, मो. शमी और हरफनमौला हार्दिक पंड्या हैं. स्पिनर के तौर पर आर. अश्विन प्लेइंग इलेवन में शामिल हैं.
विकेट पतन: 0-1 (एल्गर, 0.3), 7-2 (मार्कराम, 2.6), 12-3 (अमला, 4.5)
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गौरतलब है कि दुनिया की नंबर एक टीम भारत ने दूसरे स्थान की टीम दक्षिण अफ्रीका पर मजबूत बढ़त बना रखी है और अगर टीम को टेस्ट सीरीज में 0-3 से क्लीनस्वीप का सामना करना पड़ता है तो भी वह अपनी शीर्ष रैंकिंग नहीं गंवाएगी.
दक्षिण अफ्रीका में हालांकि भारत का रिकॉर्ड काफी खराब है जहां उसने छह में से पांच सीरीज गंवाई हैं जबकि एक ड्रॉ रही. भारत ने 1992 से दक्षिण अफ्रीका की सरजमीं पर खेले 17 टेस्ट में से सिर्फ दो में जीत दर्ज की है. टीम ने एक जीत 2006-07 में राहुल द्रविड़ के नेतृत्व में जबकि एक 2010-11 में महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में दर्ज की.भारत ने हालांकि पिछले दो दौरों पर दक्षिण अफ्रीका में बेहतर प्रदर्शन किया है. टीम ने 2010-11 में सीरीज ड्रॉ कराई जबकि 2013-14 में उसे कड़ी टक्कर देने के बावजूद हार का सामना करना पड़ा.
जहां तक इस केपटाउन का सवाल है तो न्यूलैंड्स में चार टेस्ट में भारतीय टीम कभी जीत दर्ज नहीं कर पाई और इस दौरान उसे दो मैचों में हार का सामना करना पड़ा जबकि दो मैच ड्रॉ रहे.