मलयेशिया के खिलाफ भारत का यह मैच सोमवार को एम.पी. सेलायांग स्टेडियम में खेला जाएगा। बता दें कि भारत की राष्ट्रीय महिला फुटबॉल टीम की मुख्य कोच मायमोल रॉकी ने मलेशिया के खिलाफ खेले जाने वाले दोस्ताना मैच के लिए टीम के अनुशासन पर मुख्य रूप से जोर दिया है।
उन्होंने कहा कि इससे खिलाड़ियों को एक टीम के तौर पर रहने में बेहतर रूप से मदद मिल रही है। छिब्बर ने कहा, ‘यह हमें जोड़ता है। टीम की एकता और भी बेहतर हो रही है। यह आपको और भी अनुशासित बनाता है। यह हम पर निर्भर है कि हम जुर्माने को नजरअंदाज करें। उन्होंने कहा कि वे मेजबान टीम को कमजोर समझने की गलती न करें।’
कोच ने कहा, ‘हम उन्हें हल्के में नहीं लेंगे। वह एक मजबूत टीम है। जहां आप असंतुष्ट रहे, वहीं आपको उसकी कीमत चुकानी होगी। वह अपने घरेलू मैदान पर खेल रहे हैं और यह एक बड़ा स्टेडियम है। मलयेशिया टीम के लिए यह एक फायदा है।’
अंडर-19 टीम की पूर्व कप्तान और डिफेंडर डालिमा छिब्बर ने अनुशासन पर कोच के सख्त मिजाज की सराहना की। भारत में फुटबॉल की राष्ट्रीय टीम की पहली महिला कोच मायमोल ने कहा, ‘हमने प्रशिक्षण शिविर में जुर्माने की शुरुआत की है। जो भी खिलाड़ी कोई गलती करती है, उस पर जुर्माना लगाया जाता है। टीम में अनुशासन एक प्राथमिकता रहा है। जब तक आपको ठोकर नहीं लगेगी, आप सीखेंगे नहीं।’