टीम इंडिया और आयरलैंड के बीच दो मैचों की टी-20 सीरीज का दूसरा और आखिरी मुकाबला आज रात 8:30 बजे से डब्लिन के मालाहाइड क्रिकेट क्लब ग्राउंड में खेला जाएगा. भारत ने बुधवार को खेले गए पहले मैच में आयरलैंड को 76 रनों से हरा दिया था. जिसके बाद भारतीय टीम दूसरे टी-20 मैच में आयरलैंड को मात देकर सीरीज जीत के साथ इंग्लैंड के लिए रवाना होना चाहेगी.
पहले मैच में भारत को किसी भी तरह की परेशानी नहीं आई थी. रोहित शर्मा और शिखर धवन की जोड़ी ने टीम इंडिया को बड़ा स्कोर प्रदान किया जिसके बाद युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव ने आयरलैंड के बल्लेबाजों को विकेट पर पैर जमाने का मौका नहीं दिया.
टीम इंडिया
टीम इंडिया आयरलैंड के खिलाफ दूसरे और अंतिम टी-20 मैच में बेंच स्ट्रेंथ को आजमाना चाहेगी ताकि इंग्लैंड के खिलाफ चुनौतीपूर्ण दौरे के लिए सभी को पिच का अंदाजा हो जाए.
भारत ने रोहित और धवन को दौरे के पहले सीमित ओवर चरण के लिए सलामी जोड़ी के पहले पसंदीदा विकल्प में चुना. इससे पुष्टि हो गई कि जब भी मौका मिला तो राहुल मध्यक्रम में बल्लेबाजी करेंगे और यह बहुत जल्द अगले मैच में भी हा सकता है.
कोहली की प्रतिक्रिया से यह अंदाजा नहीं लगता कि भारत गेंदबाजी आक्रमण में भी बड़े बदलाव करेगा या नहीं. फिर भी ऐसे कुछ खिलाड़ी हैं जिन्हें बाहर नहीं बिठाया जा सकता जैसे रोहित, धवन और खुद कोहली, धोनी और दो लेग स्पिनर.
भारत को इस बात से फायदा होगा कि दूसरे टी-20 मैच की पिच के भी उसी तरह की होने की उम्मीद है जैसी पहले टी-20 की थी. कुलदीप और चहल पिच से लाभ उठाने में सफल रहे और आयरलैंड के कप्तान गैरी विल्सन ने तो यहां तक कहा कि वे पहले गेंदबाजी करते या फिर बाद में, कोई फर्क नहीं पड़ता.
वहीं भारत एक अतिरिक्त गेंदबाज को टीम में शामिल करने के लिए एक बल्लेबाज कम भी उतारने का जोखिम उठा सकता है. कोहली का बेंच खिलाड़ियों को आजमाने का मंत्र गेंदबाजी आक्रमण में भी लागू किया जा सकता है, जिसमें उमेश यादव और सिद्धार्थ कौल बेहतर करने को बेताब हैं. यह साफ देखा जा सकता था कि टीम प्रबंधन भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह को बाहर करने के लिए बिलकुल तैयार नहीं है.
वहीं कोहली दो गेंद खेलने के बाद शून्य पर आउट हो गए जिससे वह भी क्रीज पर कुछ समय बिताना चाहेंगे. हालांकि इस पर चिंता करना अभी जल्दबाजी होगी, हालांकि इससे 2014 में उनकी समस्याओं की याद ताजा हो जाती है, जिसमें वह रन नहीं जुटा सके थे.
टीम में बदलाव की बात छोड़ दें तो बल्लेबाजी और गेंदबाजी की मजबूती देखते हुए भारत दूसरे मैच में प्रबल दावेदार होगा. फील्डिंग अलग मामला है और कोचिंग स्टाफ भारतीय खिलाड़ियों से पहले टी-20 की तुलना में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद करेगा. कुलदीप ने पिछले मैच में चार विकेट लिए थे वहीं चहल को तीन सफलताएं मिली थीं. दूसरे मैच में भी यह जोड़ी मेजबानों के लिए सिरदर्द साबित हो सकती है.
आयरलैंड
पहले मैच में आयरलैंड भारत की बराबरी नहीं कर पाई और खेल के तीन क्षेत्रों में कमजोर साबित हुई. आयरलैंड को अपने खेल के स्तर को ऊपर उठाना होगा. गेंदबाजी और बल्लेबाजी के अलावा टीम की फील्डिंग भी बेहद खराब रही थी.
बल्लेबाजी में आयरलैंड के लिए जेम्स शेनॉन ही विकेट पर टिक पाए थे. उन्होंने तेज तर्रार 35 गेंदों में 60 रनों की पारी खेली थी. उनके अलावा कोई और बल्लेबाज दूसरे छोर पर खड़ा नहीं रह सका था. गेंदबाजी में पीटर चेस ने चार विकेट लिए थे. आयरलैंड को अगर बराबरी करनी है तो उसे खेल के तीन क्षेत्रों में सुधार करना होगा.
पहले मैच में आयरलैंड के लिए 200 से ज्यादा का स्कोर पहुंच से काफी दूर था, उन्होंने क्रीज पर डटने का भरसक प्रयास किया लेकिन ऐसा नही कर सके. हालांकि अपनी सरजमीं पर वह हैरान भी कर सकता है.
टीमें इस प्रकार हैं:
भारत: विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा (उपकप्तान), शिखर धवन, केएल राहुल, मनीष पांडे, सुरेश रैना, दिनेश कार्तिक, महेंद्र सिंह धोनी (विकेटकीपर), हार्दिक पंड्या, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह, उमेश यादव, सिद्धार्थ कौल.
आयरलैंड: गैरी विल्सन (कप्तान/विकेटकीपर), एंड्रयू बालर्बिने, पीटर चेस, जॉर्ज डॉकरेल, जोशुआ लिटिल, एंडी मैक्ब्राइन, केविन ओब्रायन, विलियम पोर्टरफील्ड, स्टुअर्ट पोयनटेर, ब्योड रैनकिन, जेम्स शेनॉन, सिमी सिंह, पॉल स्टर्लिंग, स्टुअर्ट थॉम्पसन.