भारत ने शुक्रवार को परमाणु क्षमता संपन्न और भारत ने देश में ही बने पृथ्वी 2 मिसाइल का सफल परीक्षण किया। ये परीक्षण ओडिशा के चांदीपुर टेस्ट रेंज से शुक्रवार सुबह 9.56 बजे मोबाइल लॉन्चर के जरिये फायर की गईं। ओडिशा के चांदीपुर पृथ्वी 2 मिसाइलें परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम हैं। पृथ्वी-2 मिसाइल में 2 प्रोपेलर इंजन लगे हैं और यह 500 से 1000 किलोग्राम वजनी आयुध ले जाने में सक्षम है। यह अपने लक्ष्य को सटीकता से निशाना बनाने के लिए अत्याधुनिक प्रणाली का इस्तेमाल करती है।
जमीन से जमीन पर मार करने वाली यह मिसाइल 350 किमी दूर तक मार कर सकती है। इस बहुत ही एडवांस मिसाइल का परीक्षण सफल रहा और मिशन के लक्ष्य पूरे हुए। सूत्रों के अनुसार यह मिसाइल 500-1000 किग्रा तक का वजन ढोने में सक्षम है। इसमें एडवांस इनर्शियल सिस्टम लगा है जिसके चलते यह बेहद सटीक तरीके से लक्ष्य को भेदती है।
इससे पहले 21 नवंबर 2016 को इसी जगह से दो पृथ्वी 2 मिसाइलों का एक के बाद एक परीक्षण किया गया था। इस 9 मीटर लंबी मिसाइल को वर्ष 2003 में भारतीय सशस्त्र बल में शामिल किया गया था। यह पहली ऐसी मिसाइल है, जिसे डीआरडीओ ने इंटीग्रेटेड गाइडिड मिसाइल डिवलपमेंट प्रोग्राम के तहत विकसित किया है।
इसके सफल परीक्षण के बाद भारतीय सेना की ताकत में इजाफा हुआ है। भारत में बनी यह मिसाइल ठोस और लिक्विड दोनों तरह के ईंधन पर चल सकती है। इसे 2009 में पहली भार भारतीय शसस्त्र सेना में शामिल किया गया था। पृथ्वी 2 का पिछला उपयोगी परीक्षण 16 फरवरी 2016 को इसी रेंज से किया गया था।