टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को चेन्नई के चेपॉक स्टेडियम में खेले गए पहले वनडे में 26 रनों से हरा कर पांच मैचों की वनडे सीरीज में 1-0 से बढ़त बना ली है। इस मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने हार्दिक पंड्या (83 रन) और एमएस धोनी (79 रन) की शानदार पारियों की बदौलत 281 रन बनाए, जिसके बाद बारिश के कारण ऑस्ट्रेलिया को 21 ओवरों में 164 रनों का रिवाइज्ड टारगेट दिया गया। इस चुनौतीपूर्ण लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की टीम 21 ओवर में 137 रन ही बना पाई। इसी के साथ ही टीम इंडिया ने चेन्नई वनडे को 26 रनों से जीत लिया।
ऑस्ट्रेलिया के लिए ग्लेन मैक्सवेल ने सबसे ज्यादा 39 रन बनाए जबकि जेम्स फॉल्कनर ने 32 रनों की पारी खेली। टीम इंडिया के लिए युजवेंद्र चहल ने सबसे ज्यादा 3 विकेट झटके। वहीं हार्दिक पंड्या और कुलदीप यादव को 2-2 तो भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह को 1-1 विकेट हासिल हुए। मैच में शानदार 83 रनों की पारी खेलने के साथ ही 2 विकेट लेने के लिए हार्दिक पंड्या को ‘मैन ऑफ द मैच’ चुना गया। टीम इंडिया पांच मैचों की वनडे सीरीज में 1-0 की बढ़त के साथ कोलकाता जाएगी, जहां गुरुवार को दोनों टीमें सीरीज के दूसरे वनडे में भिड़ेंगी।
भारत के विकेट्स-
टीम इंडिया की शुरुआत बेहद खराब रही और 11 रन के स्कोर पर धड़ाधड़ उसके तीन विकेट गिर गए। पहला झटका नेथन कुल्टर नाइल ने दिया, जब उनकी बॉल पर अजिंक्य रहाणे (5) को मैथ्यू वेड ने कैच कर लिया। इसके बाद छठे ओवर में दो विकेट गिरे। 5.1 ओवर में दूसरा विकेट विराट कोहली (0) का रहा। जो कुल्टर नाइल की बॉल पर मैक्सवेल के हाथों कैच आउट हो पवेलियन लौट गए।
छठे ओवर में कुल्टर नाइल ने ही तीसरा विकेट भी ले लिया। जब उनकी बॉल पर मनीष पांडे बिना खाता खोले मैथ्यू वेड को कैच दे बैठे। इसके बाद रोहित और जाधव ने मिलकर चौथे विकेट के लिए 53 रन की पार्टनरशिप की। भारत को चौथा झटका 15.6 ओवर में रोहित शर्मा (28) के रूप में लगा। वे स्टोइनिस की बॉल पर नाइल के हाथों कैच आउट हो गए। पांचवां विकेट केदार जाधव (40) का रहा। जो 21.3 ओवर में 87 रन के स्कोर पर स्टोइनिस की बॉल पर कार्टराइट को कैच दे बैठे। भारत का सातवां धोनी के रूप में गिरा। वे आखिरी ओवर में जेम्स फॉकनर की चौथी बॉल पर डेविड वॉर्नर को कैच दे बैठे।
ऑस्ट्रेलिया के विकेट्स-
ऑस्ट्रेलिया को पहला झटका 15 रन पर लगा जब जसप्रीत बुमराह ने हिल्टन कार्टराइट को बोल्ड कर दिया। कार्टराइट 1 रन बना कर पवेलियन लौटे। दूसरा विकेट कप्तान स्टीव स्मिथ (1) का रहा, जो 4.6 ओवर में हार्दिक पंड्या की बॉल पर बुमराह के हाथों कैच आउट हो गए।
तीसरा विकेट भी हार्दिक पंड्या ने लिया, जब 6.4 ओवर में उन्होंने ट्रेविस हेड (5) को धोनी के हाथों कैच करा दिया। कुलदीप यादव ने 7.6 ओवर में डेविड वॉर्नर (25) को धोनी के हाथों कैच कराते हुए ऑस्ट्रेलिया को चौथा झटका दिया।
ग्लेन मैक्सवेल (39) आउट होने वाले पांचवें बैट्समैन रहे। जो 11.6 ओवर में युजवेंद्र चहल की बॉल पर मनीष पांडे के हाथों कैच हो गए। छठा विकेट मार्कस स्टोइनिस (3) का रहा, जो 12.3 ओवर में चहल की बॉल पर रवींद्र जडेजा के हाथों कैच आउट हो गए। युजवेंद्र चहल ने मैथ्यू वेड (9) को धोनी के हाथों स्टंप करा कर ऑस्ट्रेलिया को सातवां झटका दिया। युजवेंद्र चहल ने पैट कमिंस और भुवनेश्वर कुमार ने कुल्टर नाइल को आउट करके ऑस्ट्रेलिया को दो लगातार झटके दिए।
धोनी ने लगाया अर्धशतकों का शतक-
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की उन्होंने अपने वनडे करियर का 66वां अर्धशतक जड़ा। इस मैच में अर्धशतक लगाते हुए धोनी ने इंटरनेशनल करियर में अपने अर्धशतकों का शतक पूरा कर लिया। ये मुकाम उन्होंने करियर के 470वें इंटरनेशनल मैच में हासिल किया। ऐसा करने वाले वे चौथे भारतीय हैं। धोनी से पहले सचिन (164), द्रविड़ (146) और गांगुली (107) भी इंटरनेशनल करियर में 100+ अर्धशतक लगा चुके हैं।
पंड्या ने बनाए ताबड़तोड़ 83 रन-
हार्दिक पंड्या ने जबरदस्त बैटिंग करते हुए अपने वनडे करियर का तीसरा पचासा जड़ा। उन्होंने 5 चौके और 5 छक्के लगाए। 37वें ओवर में एडम जाम्पा की बॉल पर उन्होंने 1 चौका लगाने के बाद लगातार तीन छक्के जड़े। इस ओवर में कुल 24 रन बने थे। पंड्या जब बैटिंग करने आए थे, तब भारतीय टीम का स्कोर 87 रन पर पांच विकेट था और टीम बड़ी मुसीबत में थी। इसके बाद पंड्या ने धोनी के साथ मिलकर छठे विकेट के लिए 118 रन की पार्टनरशिप की।