नई दिल्ली, दिल्ली-एनसीआर को देश की पहली चालक रहित मेट्रो ट्रेन का तोहफा मिल गया है। क्रिसमस और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के जन्मदिन (25 दिसंबर) पर पीएम नरेंद्र मोदी ने मेट्रो की मजेंटा लाइन का तोहफा दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बटन दबाकर मैजेंटा लाइन का किया उद्घाटन।
उद्घाटन के बाद पीएम मोदी बॉटेनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन से ओखला वर्ड सेंचुरी मेट्रो स्टेशन गए। वहां से सड़क मार्ग से एमिटी यूनिवर्सिटी स्थित जनसभा स्थल पहुंचे। यहां पर वह जनसभा को संबोधित कर रहे हैं। ढाई बजे सभा की समाप्ति के बाद वह वापस जाएंगे।
पीएम मोदी ने इस मौके पर आया कि आज पूरा विश्व क्रिसमस मना रहा है। आज दो भारत रत्न का जन्मदिन है। एक भारत रत्न है महामना मदन मोहन मालवीय और दूसरे हैं अटल बिहारी बाजपेय
CM योगी ने अपने भाषण में कहा कि मेट्रो के आगमन के साथ ही क्षेत्र में विकास के आगमन को पंख लगेंगे। आज पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी का जन्मदिन है। इस अवसर पर प्रदेश की जनता को प्रधानमंत्री ने मेट्रो का तोहफा दिया है। मैं प्रदेश की जनता की तरफ से उनका धन्यवाद करना चाहता हूं।
सीएम योगी ने गुजरात और हिमाचल प्रदेश में जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी।
मजेंटा लाइन के उद्घाटन के दौरान यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, यूपी भाजपा अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय, राज्यपाल राम नाइक, स्थानीय सांसद महेश शर्मा, नोएडा विधायक पंकज सिंह समेत कई कैबिनेट मंत्री भी मौजूद रहे।
इसी के साथ भारत दुनिया का ऐसा सातवां देश हो गया है, जहां इस चालक रहित ट्रेन की शुरुआत हुई है। चालक रहित ट्रेन एक तरह से कम्यूनिकेशन बेस्ड ट्रेन कंट्रोल सिस्टम होता है।
यह इत्तेफाक ही है कि इससे पहले 25 दिसंबर, 2002 को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेयी ने 7.45 किलोमीटर की पहली मेट्रो लाइन (शाहदरा से तीस हजारी) के परिचालन को हरी झंडी दिखाई थी।
इसी कड़ी में सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मजेंटा लाइन को हरी झंडी दिखाने के साथ ही मेट्रो का सफर 230.81 किलोमीटर का हो गया है।
यहां पर बता दें कि मेट्रो तीन फेज में नेेटवर्क का विस्तार दिल्ली से निकलकर एनसीआर के 5 शहरों में पहुंच गया है। इस दौरान मेट्रो के यात्रियों की संख्या रोज 26 लाख पहुंच गई है।
मेट्रो रोज तीन हजार ट्रिप लगाकर यात्रियों को समय पर पहुंचाती है। हालांकि छह माह में दो बार किराया बढ़ाने के चलते इससे यात्रियों की संख्या कम हुई। रोज करीब तीन लाख यात्री घट गए हैं।