वीआईपी

मुंबई में न्यूड तस्वीरों के बदले लोन दिलाने का झांसा देने वाले एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ हुआ है। गिरोह के सदस्य अमेरिकी नागरिकों को लोन दिलाने के नाम पर उनसे ठगी किया करते थे। क्राइम ब्रांच की टीम आरोपियों से पूछताछ कर रही है।

क्राइम ब्रांच ने किया भंडाफोड़-
मुंबई के अंबरनाथ इलाके के इंडस्ट्रियल एरिया में रमेश इंटरप्राइजेज के नाम से यह कॉल सेंटर चलाया जा रहा था। क्राइम ब्रांच के मुताबिक गुरुवार रात उन्हें इस फर्जी कॉल सेंटर की सूचना मिली। जिसके बाद टीम ने जाल बिछाया और देर रात कथित कॉल सेंटर पर छापा मारा।

लोन के नाम पर लाखों डॉलर का चूना-
छापेमारी के दौरान खुलासा हुआ कि ठगी के यह धंधेबाज लोन देने के नाम पर अमेरिकी नागरिकों को लाखों डॉलर का चूना लगा रहे थे। क्राइम ब्रांच ने बताया, यह लोग सबसे पहले अमेरिकी नागरिकों का डाटा इकट्ठा करते, फिर उन्हें हजारों डॉलर का लोन दिलाने का झांसा देते थे।

लड़कियों से मांगते न्यूड तस्वीरें और वीडियो-
यह लोग कमीशन और प्रोसेसिंग फीस के नाम पर हजारों डॉलर वसूल लेते थे। रकम वसूलने के बाद भी लोन पास नहीं होता था। दस्तावेजों की कमी का हवाला देते हुए कई बार यह लोग विदेशी लड़कियों से लोन के बदले न्यूड तस्वीरों और वीडियो की भी डिमांड करते थे।

80 से ज्यादा लोग गिरफ्तार-
पुलिस ने फर्जी कॉल सेंटर में काम करने वाले 80 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है। क्राइम ब्रांच ने मौके से कंप्यूटर, हार्ड डिस्क, पेन ड्राइव, सर्वर आदि से जुड़ी दूसरी चीजें बरामद की हैं। फर्जी कॉल सेंटर में आपत्तिजनक दस्तावेज, न्यूड तस्वीरें और तमाम अश्लील वीडियो भी मिले हैं।

वीआईपी कॉलिंग सिस्टम का इस्तेमाल-
छानबीन में यह भी पता चला है कि यह लोग ठगी के लिए कई बार वीआईपी कॉलिंग सिस्टम का भी इस्तेमाल करते थे, जो भारत में पूरी तरह से गैरकानूनी है।क्राइम ब्रांच के अनुसार कॉल सेंटर का मालिक अपने उन कर्मचारियों को ज्यादा इंसेटिव दिया करता था, जो ज्यादा से ज्यादा लोगों को चूना लगाने में कामयाब हो जाते थे।