मखाना (Makhana ) एक सुपरफूड है जिसे पानी में उगाया जाता है. इसे एक प्रकार के बीज से प्रोसेस कर बनाया जाता है. इसे फॉक्स नट्स या लोटस सीड्स भी कहते हैं. मखाना का 90 प्रतिशत उत्पादन भारत में ही होता है. औषधीय गुणों से भरपूर मखाने का इस्तेमाल भारत में सदियों से कई बीमारियों के इलाज में किया जाता रहा है. मखाने में कई गुण पाए जाते हैं. इसे सुपरफूड इसलिए कहा जाता है, क्योंकि मखाना में कैलोरी बहुत कम होती है और कई तरह के पोषक तत्व मौजूद होते है. की खबर के अनुसार इसका सेवन डायबिटीज, किडनी और दिल की सेहत के लिए फायदेमंद है. यह शारीरिक कमजोरी को दूर करता है और शरीर में तुरंत एनर्जी लाता है.
पोषक तत्वों से भरपूर
मखाना में कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं. मखाना में कैल्शियम, मैग्नीशियम, प्रोटीन, कार्बोहाईड्रेट, हेल्दी फैट, सोडियम, फॉस्फोरस, आयरन, विटामिन-बी आदि भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. कैल्शियम बोन हेल्थ को दुरुस्त रखता है, ब्लड प्रेशर को कम करता है और कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रित करता है. मैग्नीशियम शरीर में मेटाबोलिक प्रोसेस में मदद करता है.
उच्च एंटीऑक्सीडेंट
मखाना में कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो शरीर में हानिकारक फ्री रेडिकल्स को बनने नहीं देते. यह ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बॉडी को बचाता है. अध्ययन के मुताबिक गैलिक एसिड, क्लोरोजेनिक एसिड (gallic acid, chlorogenic acid) जैसे एंटीऑक्सीडेंट हार्ट डिजीज, कैंसर और टाइप 2 डायबिटीज से शरीर की रक्षा करने में मददगार है.
मखाने के लगातार सेवन से बॉडी में ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रहता है. कई अध्ययनों में पाया गया है कि मखाने के सेवन से शरीर में कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट एंजाइम बनते हैं, जो ब्लड शुगर को नियंत्रित रखता है और इंसुलिन के स्तर में सुधार करता है.
मखाना में प्रचूर मात्रा में प्रोटीन और फाइबर मौजूद होते हैं. इसलिए वेट लॉस में इसका सेवन बहुत फायदेमंद होता है. प्रोटीन भूख पर नियंत्रण रखता है और फाइबर डाइजेस्टिव सिस्टम को मजबूत करता है.
मखाना में एंटी-एजिंग गुण भी पाया जाता है. कुछ अध्ययनों में कहा गया है कि मखाना में खास प्रकार के कंपाउंड पाए जाते हैं, जो बॉडी में एजिंग के असर को कम करता है. इसमें कई प्रकार के एमिनो एसिड जैसे ग्लूटामाइन, सिस्टाइन, आर्जीनिन (glutamine, cystine, arginine) आदि पाए जाते हैं, जिनमें एंटी-एजिंग गुण मौजूद है.