जेल में बंद गुरमीत सिंह उर्फ राम रहीम के अनगिनत रहस्यों से पर्दा उठने का वक्त आ गया है। मंगलवार को हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को सिरसा के डेरा मुख्यालय की तलाशी की मंजूरी दे दी है। बुधवार को किसी भी वक्त हरियाणा पुलिस, हाई कोर्ट के कमिश्नर के साथ डेरा में घुसकर तलाशी अभियान शुरु कर सकती है। इसके लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर दिए गए हैं।
जानकारी के अनुसार हरियाणा सरकार ने डेरे की संपत्तियों की जांच न्यायिक अधिकारी की निगरानी में कराने के लिए याचिका दायर की थी, जिसे हाईकोर्ट ने मंजूर कर दिया है। जांच की निगरानी के लिए पानीपत के रिटायर्ड जज अनिल कुमार पवार को नियुक्त किया गया है। इस काम के लिए उन्हें पर्सनल स्टाफ और वेतन दिया जाएगा। वह हाईकोर्ट को अपनी रिपोर्ट देंगे।
सिरसा में सर्च ऑपरेशन के लिए एक आईएएस और तीन आईपीएस को जिम्मा सौंपा गया है। अर्धसैनिक बल और हरियाणा पुलिस के जवान तलाशी के लिए तैयार हैं। पुलिस ने 22 लोहारों को भी इस टीम में शामिल कर रखा है, ताकि सर्च ऑपरेशन के दौरान ताला तोड़ने में आसानी रहे। इतना ही नहीं स्वैट कमांडो भी पहुंच चुके हैं, जो किसी भी तरह के हालात से निपटने के लिए तैयार हैं।
राम रहीम के आश्रम में ऐसे हजारों राज अभी दफन हैं, जो सालों से बेपर्दा होने के इंतजार में हैं। ये राज जब दुनिया के सामने आएंगे तो बाबा को भगवान मानने वाले भक्त भी हैरान रह जाएंगे। वक्त अब बेहद नजदीक है, जब मैसेंजर ऑफ गॉड बने राम रहीम के बाकी गुनाहों को उसकी लंका से खोद खोदकर निकाला जाएगा।
कोर्ट के आदेश के बाद से ही डेरा के आसपास पुलिस और सुरक्षाबलों की घेराबंदी बढ़ा दी गई है। डेरा के रास्ते पर आने-जाने वालों की जांच की जा रही है, ताकि डेरे की तलाशी से पहले बाबा के गुनाहों के सुराग और सबूत गायब न कर दिए जाएं। डेरे में फिलहाल न तो गुरमीत सिंह के बेटे-बेटियां हैं न ही पत्नी। बाबा की हनीप्रीत तो 25 अगस्त के बाद से ही कहीं गायब हैं।
आपको बता दें कि डेरा सच्चा सौदा से जुड़े हरियाणा के सभी 133 आश्रमों और नाम चर्चाघरों की तलाशी पहले ही ली जा चुकी है, जिसमें भारी संख्या में लाठी डंडे और पेट्रोल बम भी बरामद हुए हैं। यहां तक भारी संख्या में रायफल और पिस्तौल भी बरामद हुए हैं। करीब 800 एकड़ में फैले राम रहीम के साम्राज्य के जर्रे-जर्रे पर दबे उसके गुनाहों के सबूत अब दुनिया के सामने आएंगे।