नई दिल्ली : गुजरात चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद भाजपा के खेमे में उथल-पुथल मच गयी है। गुजरात के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री विजय रुपाणी और उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल में घमासान छिड़ गया है।खबरों के अनुसार नितिन पटेल को पार्टी में उचित सम्मान नहीं मिल रहा है जिसकी मुख्य वजह सीएम विजय रुपाणी के साथ उनकी अनबन बताई जा रही है। इसी लड़ाई का फायदा उठाने के उद्देश्य से पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने नितिन पटेल बीजेपी का दामन छोड़ कांग्रेस ज्वाइन करने का प्रस्ताव दे डाला है।
हार्दिक ने दिया ऑफर ,कांग्रेस में आ जाएँ ‘नितिन भाई’
पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने नितिन पटेल को ऑफर देते हुए कहा है कि ”अगर नितिन भाई को भाजपा में वो सम्मान और अधिकार नहीं मिल रहे हैं जिनके हक़दार हैं तो वो अपने10 विधायकों के साथ कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। मै पार्टी हाई कमान से नितिन भाई के लिए बात करूँगा और उन्हें इस पार्टी में सही साख और स्थान मिलेगा।
चुनाव नतीजों के बाद ही बढ़ गयी थी ‘विजय-नितिन’ में अनबन
बता दें कि गुजरात चुनाव के नतीजों के तीन-चार दिन बाद से ही सत्ता के दो शीर्ष नेताओं (विजय रुपाणी और नितिन पटेल) के बीच विभागों के बटवारों को लेकर अनबन हो गयी थी। जिसके चलते नितिन पटेल के विधायक समर्थकों में भी नाराजगी जताई जा रही थी। लगातार छठी बार गुजरात में सरकार बनाने वाली भाजपा में हुई आपसी कलह से पार्टी को भी नुक्सान होने के आसार अब साफ़ नज़र आ रहे हैं।
विजय रूपाणी ने नहीं दी कोई प्रतिक्रिया
आपको बता दें कि अभी हाल ही में फूलों की प्रदर्शनी उट्घाटन समारोह में पहुंचे सीएम विजय रुपाणी से जब नितिन पटेल से उनकी अनबन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इस पर कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी और सिर्फ ये कहा कि ”मुझसे सिर्फ फूलों के बारे में प्रश्न किये जाए और किसी विषय के नहीं ”
विभाग वितरण में नितिन को हुआ नुकसान
ख़बरों के अनुसार विभाग वितरण के मामले में सबसे अधिक नुकसान नितिन पटेल को ही हुआ है। उपमुख्यमंत्री बनने के बाद नितिन गृह और शहरी विकास मंत्रालय चाहते थे मगर उन्हें सड़क एवं भवन, हेल्थ एवं फैमिली, नर्मदा, कल्पसार, चिकित्सा और शिक्षा विभाग की जिम्मेंदारियां सौंपी गयी है।