राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग की बात सामने आने के शंकर सिंह बघेला बगावत पर उतर आए हैं। वाघेला ने जन्मदिन की रैली में वाघेला ने बड़ा खुलासा किया है कि उन्हें कांग्रेस ने 24 घंटे पहले ही पार्टी से निकाल दिया है।
रैली मेंवाघेला ने कहा- अभी मैं पार्टी में हूं लेकिन लगता है कि कांग्रेस पार्टी ने मुझे निकाल दिया है। विनाश काले विपरित बुद्धि लेकिन बापू रिटायर होने वाला नहीं है। मैं कांग्रेस से इस्तीफे का ऐलान करता हूं और अपनी ओर से पार्टी को मुक्त करता हूं।
वाघेला ने कांग्रेस पर बोलते हुए कहा कि मै आत्मसम्मान से समझौता नहीं कर सकता। मेरा लंबा सियासी इतिहास रहा है। मै राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में भी रह चूका हैं। मैं कहीं भी जा सकता हूं लेकिन बीजेपी में नहीं जाऊंगा।
उन्होंने कहा, “मैंने विपक्ष के नेता के रूप में इस्तीफा दे दिया है राज्यसभा चुनाव के बाद मैं कांग्रेस के विधायक के रूप में भी इस्तीफा दे दूंगा। मुझे कांग्रेस बीजेपी का झंडा नहीं पहनना। किसी पार्टी का झंडा नहीं पहनना।”
वाघेला ने अपने समर्थकों जन्मदिन के बहाने बुलाया है लेकिन कांग्रेस ने अपने नेताओं से वाघेला के कार्यक्रम में जाने को मना किया है। कांग्रेस ने अपने स्थानीय नेताओं को वाघेला की जन्मदिन पार्टी से दूर रहने को कहा है। बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग के लिए वाघेला गुट को जिम्मेदार माना जा रहा है। शंकर सिंह वाघेला का आज 21 जुलाई को जन्मदिन है।
अपने जन्मदिन कार्यक्रम में वाघेला ने कहा- पार्टी को राइट है अपने वर्कर को रोकने का और वर्कर का राइट है आए या ना आए। ये एक्शन बहुत समय पहले लेना चाहिए था। हमने क्रॉस वोटिंग नहीं करवाई है। मैंने दो एनसीपी के विधायकों को लाकर वोट कराया। कांग्रेस के 57 एमएलए के वोट मैंने करवाए हैं। वाघेला ने कहा कि मैंने तो अपना वोट कांग्रेस प्रत्याशी मीरा कुमार को ही दिया है। बाकी क्रॉस वोट किसने किया इसकी जांच करेंगे?
कांग्रेस ने गुरुवार को राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने के बाद शंकर सिंह वाघेला के जन्मदिन में शामिल होने वाले कांग्रेसी नेताओं के खिलाफ अनुशासनहीनता की कार्यवाही करने का ऐलान किया है।