विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने एक सवाल के जबाव में बुधवार को लोकसभा में कहा कि गिलगित, बाल्टिस्तान समते पूरा पीओके भारत का हिस्सा है। सुषमा स्वराज ने गिलगित, बाल्टिस्तान को पांचवा राज्य बनाने के लिए पाकिस्तान के कदम को खारिज करते हुए, ये बात कहीं। आपको बता दें कि इसके पहले ब्रिटेन की संसद ने भी गिलगित-बाल्टिस्तान को भारत का संवैधानिक हिस्सा बताते हुए पाकिस्तान द्वारा इसे अलग प्रांत घोषित करने के प्रस्ताव की निंदा की थी।
सुषमा स्वराज ने कहा कि कश्मीर के बारे में लोकसभा और राज्य सभा दोनों में प्रस्ताव पारित है, संसद ने प्रस्ताव पारित किया है कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके), गिलगित, बाल्टिस्तान समेत पूरा का पूरा कश्मीर हमारा है। उन्होंने कहा, “इस मुद्दे पर हमारा अटल रुख है कि समस्त जम्मू एवं कश्मीर राज्य भारत का अखंड हिस्सा है। पाकिस्तान के अवैध तथा जबरन कब्जे के तहत क्षेत्र के किसी भी हिस्से में बदलाव करने को लेकर किसी भी कार्रवाई का कोई कानूनी आधार नहीं है और यह पूरी तरह अस्वीकार्य है।
इससे पहले शून्यकाल के दौरान बीजद के महताब ने इस विषय को उठाते हुए कहा कि पाकिस्तान की सरकार ने गिलगित, बाल्टिस्तान को अपना पांचवां प्रांत घोषित किया है। कश्मीर, गिलगित, बाल्टिस्तान राजशाही क्षेत्र रहे थे। गिलगित और बाल्टिस्तान की व्यवस्था देखने वाले एक अंग्रेज अधिकारी ने पाकिस्तान को वहां फौज भेजने की अनुमति दी था।
जिसके जबाव में विदेश मंत्री ने कहा कि आपको पाकिस्तान का कदम दिखाई दिया, मगर हमने जो किया वह नजर नहीं आया। बिना वक्त बर्बाद किए हमने इसे खारिज किया और संसद के दोनों सदनों ने कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले इलाके सहित पूरा जम्मू एवं कश्मीर हमारा है। उन्होंने कहा कि इस सरकार ने हमेशा कहा है कि कश्मीर हमारा है, जहां मुखर्जी शहीद हुए थे। इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए।
आपको बता दें कि गिलगिट-बाल्टिस्तान गुलाम कश्मीर का स्वायत्तशासी क्षेत्र है। इसकी सीमा पश्चिम में खैबर-पख्तूनख्वा से, उत्तर में अफगानिस्तान, उत्तर-पूर्व में चीन, और दक्षिण-पूर्व में जम्मू-कश्मीर राज्य से लगती है। इसका कुल क्षेत्रफल 72,971 वर्ग किमी और जनसंख्या लगभग 10 लाख है। इसका प्रशासनिक केंद्र गिलगिट शहर है।