पिछले साल मार्च में आर्ट ऑफ लिविंग के कार्यक्रम वर्ल्ड कल्चर फेस्टिवल के आयोजन के दौरान यमुना किनारों को पहुंचे नुकसान का आंकलन करने के लिए एनजीटी द्वारा नियुक्त की गई कमेटी की रिपोर्ट सामने आ गई है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि आयोजन से यमुना किनारों को बड़ी मात्रा में नुकसान पहुंचा है और इसे ठीक करने में करीब 13.29 करोड़ का खर्च आएगा। इसके अलावा इसे ठीक करने में करीब दस साल का समय लगेगा।
गौरतलब है कि एनडीटी ने यमुना किनारों के नुकसान का आंकलन करने के लिए एक कमेटी का गठन किया गया था। जिसकी अध्यक्षता जल संसाधन मंत्रालय के सचिव शशि शेखर थे। कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि यमुना किनारों को सुधारने के लिए बड़े स्तर पर काम करने की जरूरत है।
पिछले साल 11 मार्च से 13 मार्च के बीच आयोजित इस कार्यक्रम की मंजूरी ग्रीन ट्रिब्यूनल ने ही दी थी। मगर आरोप है कि आर्ट ऑफ लिविंग ने तय मानकों का उल्लंघन किया, जिससे बड़ी मात्रा में यमुना किनारे की जमीन को नुकसान पहुंचा है।