नेपाल में मानसून की भारी बारिश की वजह से आई बाढ़ और भूस्खलन में 55 लोगों की मौत हो गई है, जबकि करीब एक हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत एवं बचाव कार्य जारी है। अधिकारियों के अनुसार बाढ़ से कई बस्तियां प्रभावित हुई हैं। नदियों के खतरे के निशान से ऊपर होने की वजह से कई इलाकों में बाढ़ के हालात बन गए हैं।
नेपाल बिजली प्राधिकरण के अनुसार, हजारों एकड़ जमीन पानी से डूब गई हैं और पूर्वी इलाके में बिजली आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो गई है। कई राजमार्ग भी बंद हो चुके हैं। सरकार ने सुरक्षाबलों व सरकारी अधिकारियों को राहत एवं बचाव अभियान तेजी से जारी रखने के निर्देश दे दिए हैं। प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने शनिवार की शाम राष्ट्र को संबोधित किया और बाढ़ पीड़ितों को राहत दिए जाने का ऐलान किया है।
नेपाल के चितवन जिले के सौराहा इलाके में बाढ़ की वजह से करीब छह सौ पर्यटक फंसे हैं। इनमें 200 भारतीय शामिल हैं। अधिकारियों ने रविवार को इस बात की जानकारी दी है। सौराहा के क्षेत्रीय होटल संघ के अध्यक्ष सुमन घिमिरे ने बताया कि नदियों का पानी कई होटलों में घुस गया है। जिले के मुख्य अधिकारी और नेपाल पर्यटन बोर्ड को हालात की जानकारी देकर इन फंसे लोगों को निकालने की व्यवस्था करने को कहा गया है।
जिले के मुख्य अधिकारी नारायण प्रसाद भट्ट ने कहा कि पर्यटकों को सुरक्षित स्थान तक ले जाने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। पास के देवघाट इलाके से भी बचाव अभियान में मदद मांगी जा रही है। मौसम विभाग का अनुमान है कि देश में अगले कुछ दिनों तक सामान्य से भारी बारिश होती रहेगी।