बिहार का सीमांचल क्षेत्र इस वक्त बाढ़ की चपेट में है। नेपाल में लगातार हो रही भारी बारिश और सीमांचल के जिलों में भी हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से पूर्णिया, अररिया, किशनगंज और कटिहार में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। नीतीश ने बाढ़ से निपटने के लिए और पीड़ित लोगों के लिए चल रहे राहत और बचाव कार्य का जायजा भी लिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को ही बाढ़ के मुद्दे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात की। पीएम ने नीतीश कुमार को केंद्र की ओर से हर संभव मदद कराने का आश्वासन दिया है। केंद्र की ओर से अभी एनडीआरएफ की टीमें भेज दी गई हैं। इसके साथ ही राज्य की SDRF भी राहत कार्य में जुटी हुई है।
गौरतलब है कि इलाके में हो रही लगातार बारिश की वजह से किशनगंज जिले में त्राहिमाम मचा हुआ है। एक तरफ जहां सैकड़ों गांवों में पानी घुसा हुआ है, वहीं शहरी इलाकों में भी दो से 3 फुट पानी भरा हुआ है। किशनगंज के सबसे प्रभावित इलाकों में कोचाधामन, ठाकुरगंज और दिघलबैंक प्रखंड हैं। प्रभावित लोगों को अपने घर को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा है।
PM @narendramodi has spoken to Bihar CM @NitishKumar regarding the flood situation in parts of the state.
— PMO India (@PMOIndia) August 14, 2017
इसी बीच नीतीश ने रविवार को भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह से बाढ़ की स्थिति पर फोन पर बात की और स्थिति से निपटने के लिए सेना की मदद मांगी है। गौरतलब है कि पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के सीमांचल इलाके में हर साल आने वाली बाढ़ एक बड़ी समस्या बनी रहती है। सीमांचल में खासकर कोसी नदी में आने वाली बाढ़ से बिहार को काफी नुकसान पहुंचता है।