बिहार में बाढ़ का कहर लगातार जारी है। इस बाढ़ की चपेट में 18 जिले पिछले 10 दिनों से हैं। मौत का आंकड़ा अब 304 के पार पहुंच चुका है। राज्य सरकार द्वारा राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर चलाए जा रहे हैं। वहीं तकरीबन 1.4 करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं।
बिहार के अररिया, पूर्णिया, किशनगंज, कटिहार, मोतिहारी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, सहरसा, बेतिया, सुपौल और खगड़िया जिले सबसे ज्यादा प्रभावित है। बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग ने जो ताजे आंकड़े जारी किए है उसमें सबसे ज्यादा मौतें अररिया में हुई है। यहां पर 74 लोगों की जान जा चुकी है।
पीएम नरेंद्र मोदी बाढ़ प्रभावित इलाके का दौरा करेंगे। अभी पीएम मोदी के दौरे की तारीख तय नहीं हुई है, लेकिन बताया जा रहा है कि पीएम मोदी बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए जल्द ही जाएंगे।
बागमती नदी में आई बाढ़ की वजह से पूरा का पूरा गांव पूरी तरीके से जलमग्न है और गांव के अंदर 7 से 8 फीट तक पानी भरा हुआ है। तारालाही गांव में जी एन इंग्लिश स्कूल पूरी तरीके से बाढ़ के पानी में डूब गया है। गांव वालों का कहना था बागमती नदी में आई बाढ़ के कारण बहुत परेशान है। उन्हें प्रशासन की ओर से किसी प्रकार की मदद नहीं मिली और उन्होंने खुद ही बच्चों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
आपदा प्रबंधन विभाग के एक अधिकारी ने सोमवार को बताया, “राज्य के 18 जिलों के 178 प्रखंडों की 1.38 करोड़ से ज्यादा की आबादी बाढ़ से प्रभावित है, बाढ़ की चपेट में आने से मरने वालों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है।”