भारतीय सीमा में चीनी सैनिकों द्वारा बार-बार घुसपैठ करने और चीन द्वारा असम में अवैध रूप से सड़क निर्माण की नीति के विरोध में गांव धनाना के ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। सीमा पर जो तनाव है उसका असर सड़कों पर भी देखने को मिल रहा है।
चीन के खिलाफ विरोध जताने के लिए दिल्ली में स्वदेशी जागरण मंच के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने अपना गुस्सा जाहिर करने के लिए चीनी दूतावास तक मार्च करने की कोशिश की। हालांकि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को चीनी दूतावास पहुंचने से पहले ही हिरासत में ले लिया लेकिन प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेट कूद कर दूतावास तक जाने की कोशिश की।
प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि भारत में चीनी उत्पादों के इस्तेमाल पर रोक लगे और आम जनता चीनी उत्पादों का प्रयोग बंद करे। प्रदर्शनकारियों ने चीन के विरोध में पोस्टर और चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग के पोस्टरों पर लाल निशान भी लगाया। चीन के खिलाफ प्रदर्शन मार्च करने आए स्वदेशी जागरण मंच के कार्यकर्ता विकास ने कहा कि जिस तरह चीन भारतीय सीमाओं का उल्लंघन करते हुए घुसपैठ कर रहा है भारत उसे बर्दाश्त नहीं करेगा।
चीन अपनी ताकत के बल पर भारत के असम के पास अवैध रूप से सड़क निर्माण करना चाहता है। चीन अरुणाचल प्रदेश को भी अपना हिस्सा बता रहा है जो गलत है। इस दौरान ग्रामीणों ने चीनी सामान का बहिष्कार करने का संकल्प लिया। ग्रामीण डॉ. राममेहर राठी, पंडित राजेश शास्त्री, राजेंद्र उर्फ बुलिया, भीम सह, दयानंद, राजेश राठी, सत्यवान राठी, रामकंवार आदि ने व्यापारियों से भी अपील की कि वे चाइनीज सामान न बेचें।