इंग्लैंड ने अपने गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन की बदौलत हेडिंग्ले में खेले गए दूसरे टेस्ट के तीसरे ही दिन पाकिस्तान को पारी और 55 रन से हराकर दो मैचों की सीरीज 1-1 से बराबर कर ली.
इसी के साथ ही इंग्लिश टीम ने पाकिस्तान टीम के 22 साल बाद इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीतने के सपने को भी तोड़ दिया. इस इंग्लैंड दौरे पर पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पास मेजबान इंग्लैंड के खिलाफ उनकी ही सरजमीं पर 22 साल बाद टेस्ट सीरीज जीतने का मौका था.
इंग्लैंड ने पाकिस्तान का सपना तोड़ा
इससे पहले पाकिस्तान मौजूदा इंग्लैंड दौरे पर 2 मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 से बढ़त बना ली थी. ऐसे में उन्हें यह सीरीज फतह करने के लिए हेडिंग्ले टेस्ट में जीत या फिर मैच ड्रॉ करवाने की दरकार थी. लेकिन, इंग्लैंड के इस पर पानी फेर दिया. पाकिस्तान ने इंग्लैंड को लॉर्ड्स में खेले गए पहले टेस्ट में 9 विकेट से करारी शिकस्त दी थी. लेकिन, इंग्लैंड ने हेडिंग्ले टेस्ट जीतकर सीरीज बराबर कर ली.
आखिरी बार साल 1996 में मिली थी सीरीज जीत
पाकिस्तान ने आखिरी बार साल 1996 में वसीम अकरम की कप्तानी में इंग्लैंड में 2-0 से टेस्ट सीरीज अपने नाम की थी. तीन मैचों की इस टेस्ट सीरीज का एक मैच ड्रॉ रहा था.
इस टेस्ट सीरीज में पाकिस्तान ने मेजबान इंग्लैंड को लॉड्स में खेले गए पहले टेस्ट मैच में 164 रन से करारी शिकस्त दी थी. लीड्स में खेला गया दूसरा मुकाबला ड्रॉ रहा था जबकि ओवल में खेले गए तीसरे टेस्ट में पाकिस्तान ने 9 विकेट से जीत दर्ज कर सीरीज फतह की थी.
इंग्लैंड ने ऐसे जीता हेडिंग्ले टेस्ट मैच
पाकिस्तान की पहली पारी के 174 रनों के जवाब में इंग्लैंड की टीम जोस बटलर की नाबाद 80 रन के बूते 363 रन तक पहुंचने में कामयाब रही, जिससे पहली पारी के आधार पर उन्हें 189 रन की बढ़त मिली.
पाकिस्तान की दूसरी पारी महज 134 रन पर सिमट गई, जिसमें टीम ने अंतिम सात विकेट महज 50 रन पर खो दिए. स्टुअर्ट ब्रॉड ने दूसरी पारी में भी तीन विकेट चटकाए और ऑफ स्पिनर डोमिनिक बेस ने भी 33 रन देकर तीन खिलाड़ियों का चलता किया. पाकिस्तान के लिए इमाम उल हक 34 रन और टेस्ट में डेब्यू करने वाले उस्मान सलाहुद्दीन 33 ही थोड़ा टिककर खेल सके.