वाशिंगटन, अमरीकी व्हिसल ब्लोअर एडवर्ड स्नोडेन ने कहा कि आधार डाटा में कमियों को उजागर करने वाली भारतीय पत्रकार के खिलाफ जांच बिठाने की जगह उसे पुरस्कृत किया जाना चाहिए। स्नोडेन ने यह भी कहा कि भारत सरकार को अपने नागरिकों की निजता की रक्षा के लिए अपनी नीति में सुधार करना चाहिए। स्नोडेन सैंट्रल इंटैलीजैंस एजैंसी (सी.आई.ए.) के एक पूर्व कर्मचारी हैं जिन्होंने फोन और इंटरनैट संचार पर अमरीकी निगरानी का खुलासा किया था।
स्नोडेन ने ट्वीट किया, ‘‘आधार में सेंध का खुलासा करने वाली पत्रकार जांच की नहीं बल्कि पुरस्कार की हकदार हैं। अगर सरकार वाकई न्याय को लेकर ङ्क्षचतित है तो वह नीति में सुधार करेंगे, जिसने एक अरब भारतीयों की निजता नष्ट कर दी है। जो लोग इसके लिए जिम्मेदार हैं उनकी गिरफ्तारी चाहता हूं।’’ साल 2013 से रूस की शरण में रह रहे 34 वर्षीय स्नोडेन ने कहा कि निजी जीवन का रिकॉर्ड रखने की इच्छा सरकार की स्वाभाविक प्रवृत्ति है।
The journalists exposing the #Aadhaar breach deserve an award, not an investigation. If the government were truly concerned for justice, they would be reforming the policies that destroyed the privacy of a billion Indians. Want to arrest those responsible? They are called @UIDAI. https://t.co/xyewbK2WO2
— Edward Snowden (@Snowden) January 8, 2018
गौरतलब है कि इसके पहले भी स्नोडेन ने आधार डेटा लीक होने की खबरों पर कहा था कि ऐसे प्रोग्राम बस सरकारी दुरुपयोग के लिए होते हैं। हर सरकार अपने नागरिकों का निजी डेटा अपने पास रखना चाहती है लेकिन इसका नतीजा बस सरकारी दुरुपयोग ही होता है। UIDAI ने 7 जनवरी को ट्रिब्यून और उसकी पत्रकार रचना खैरा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाया था। इसकी आलोचना होने पर संस्था ने सफाई दी कि वो मीडिया या व्हिसल ब्लोअर्स को टारगेट नहीं कर रही है।