पणजी: भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा 2006-07 में दिए गए अनुदान का दुरुपयोग करने के आरोप में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गोवा क्रिकेट संघ (जीसीए) के पूर्व शीर्ष अधिकारियों की 4.13 करोड़ की संपत्ति कुर्क कर ली है। निदेशालय ने सोमवार को इस बात की जानकारी दी। निदेशालय की गोवा इकाई ने बयान जारी कर आरोप लगाए हैं कि बीसीसीआई द्वारा दी गई 6.95 करोड़ की राशि में से आधे से अधिक को जीसीए के तीन पूर्व अधिकारियों, दयानंद नार्वेकर (पूर्व अध्यक्ष), विनोद फाल्के (पूर्व सचिव), चेतन देसाई (समिति के सदस्य) और अकबर मुल्ला (पूर्व कोषाध्यक्ष) ने फर्जी बैंक खाते में जमा कराया और फिर इसे निकाल लिया।
नार्वेकर पहले गोवा के उप-मुख्यमंत्री और गोवा विधानसभा के सभापति भी रह चुके हैं।
बयान के मुताबिक, “इस अनुदान और नए बैंक खातों के बारे में कोई जानकारी महीने में होने वाली या वार्षिक आम बैठकों में नहीं दी गई ना ही जीसीए की बैलेंस शीट में इसे जगह दी गई थी। इसके बाद इस पैसे को किसी फर्जी नाम से निकाल लिया गया।” इस अनुदान को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने क्रिकेट के आधारभूत ढांचे और क्रिकेट संबंधी सामानों को खरीदने के लिए दिया था।