वाशिंगटन, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से पाकिस्तान के खिलाफ लगातार कड़े एक्शन लिए जा रहे हैं. ट्रंप प्रशासन की मानें तो अभी और भी कड़े कदम उठाए जा सकते हैं. ट्रंप प्रशासन के एक सीनियर अधिकारी के मुताबिक, अमेरिका पाकिस्तान के मसले पर इस बार कुछ नया ट्राई करना चाहता है.
अधिकारी के मुताबिक, पिछले काफी लंबे समय से अमेरिका लगातार संयम बरत रहा था. जिसके कारण पाकिस्तान आतंकियों के लिए पनाहगार देश बन गया. जिसकी वजह से आतंकी अमेरिका और उसके साथियों पर हमला कर रहे थे. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को लेकर 9/11 के बाद जो नीति बनाई गई वह सही तरीके से काम नहीं कर पाईं.
उन्होंने बताया कि अमेरिका की पूरी कोशिश है कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान की जमीन से आतंकवाद को खत्म किया जाए. अधिकारी ने कहा कि पिछले काफी समय से पाकिस्तान के इलाके में आतंकी गतिविधियां बढ़ी हैं, जिनका हम सामना कर रहे हैं. पाकिस्तान में खुले में आतंकवादी घूमते हैं.
अमेरिका के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान में सरकार और सेना के बीच तनाव है. इस वजह से अमेरिका आतंकवाद से मुकाबले के लिए पाकिस्तान से ठोस वार्ता नहीं कर पा रहा है. पाकिस्तान में सरकार और सेना के बीच तनाव के चलते आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो रही है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अनिश्चितता की दशा में है, क्योंकि वहां अगले छह-सात महीने में आम चुनाव हो सकते हैं.
गौरतलब है कि आतंकियों के लिए पनाहगाह बने पाकिस्तान को अमेरिका द्वारा दी जाने वाली आर्थिक सहायता पर रोक से बौखलाया पाकिस्तान अब हरकत में आया है. पाकिस्तान ने मंबई हमले के मास्टरमाइंड आतंकी हाफिज सईद के संगठन जमात उद दावा (जेयूडी) को ब्लैक लिस्ट कर दिया है, साथ ही जेयूडी के ट्विटर अकाउंट को भी सस्पेंड कर दिया है.
पाकिस्तान के गृह मंत्रालय द्वारा जारी किए गए ट्विटर के सस्पेंड अकाउंट्स की नई लिस्ट में जमात उद दावा का नाम भी शामिल है. साथ ही जेयूडी के सहयोगी संगठन फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (एफआईएफ) का भी ट्विटर अकाउंट सस्पेंड हो गया है