जोधपुर : राजस्थान के जोधपुर स्थित उम्मेद अस्पताल का एक हैरान कर देने वाला वीडियो सामने आया है, जो आपके होश उड़ा देगा। वीडियो में अस्पताल के डॉक्टर ऑपरेशन टेबल पर बेसुध पड़े मरीज को छोड़ कर आपस में ही लड़ते नजर आ रहे हैं। ऑपरेशन थियेटर की टेबल पर गर्भवती महिला बेसुध लेटी थी, मगर डॉक्टरों के झगड़े के कारण से पेट में ही उसके बच्चे की मौत हो गई।
वीडियो में दिखी डॉक्टरों की लापरवाही-
घटना के अनुसार रातानाडा की रहने वाली अनीता मंगलवार सुबह डिलीवरी के लिए उम्मेद हॉस्पिटल आई थी। उन्हें पहले लेबर रूम ले जाया गया, जहां डॉ. इंद्रा भाटी ने उन्हें चेक किया, तो पेट में बच्चे की धड़कन धीमी पाई गई थी। इस पर अनीता को तुरंत सिजेरियन डिलिवरी के लिए ऑपरेशन थिएटर (OT) में भेजा गया। गर्भवती और बच्चे की जान बचाने के लिए तुरंत ऑपरेशन करना जरूरी था। ऑपरेशन थियेटर में एक टेबल पर गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. अशोक नैनीवाल एक दूसरी महिला का ऑपरेशन कर रहे थे।
देखें वीडियो-
अनीता को दूसरी टेबल पर ले जाया गया। यहां एनेस्थिसिस्ट और ओटी इंचार्ज डॉ. एमएल टाक बच्चे की धड़कन जांचने के लिए दूसरे डॉक्टर से कह रहे थे। इसी दौरान डॉ. अशोक नैनीवाल भड़क गए और डॉ. टाक पर जोर-जोर से चिल्लाने लगे। इस पर डॉ. टाक भी अनीता को छोड़कर डॉ. अशोक के सामने आ गए। दोनों के बीच तू-तू-मैं-मैं शुरू हो गई। वहां मौजूद नर्सिंग स्टाफ ने दोनों डॉक्टर्स को समझाने की बहुत कोशिश की, मगर वे नहीं रुके। इसके बाद में अनिता के सिजेरियन से हुई नवजात बच्ची ने कुछ ही देर में दम तोड़ दिया।
वीडियो से डाक्टरों की कार्यशैली पर तो सवाल उठ ही रहे हैं और इसके साथ ही उनके व्यवहार को भी इंसानियत भरा नहीं कहा जा सकता है । एक मरीज आंखों के सामने तड़प रहा हो और इस तरह का डॉक्टरों का व्यवहार झकझोर देने वाला है। ऑपरेशन थियेटर में ही किसी स्टाफ मेंबर ने मोबाइल से घटना का वीडियो बना लिया था। साफ है कि ऑपरेशन थियेटर में भी खुलेआम मोबाइल ले जाया जा रहा है, जबकि मोबाइल इंफेक्शन और रेडीयेशन का बड़ा सोर्स माना जाता है। वहीं वीडियो सामने आने पर राज्य सरकार के आदेश पर डॉ. अशोक नैनीवाल को एपीओ कर दिया गया है, जबकि डाॅ. टाक पर एक्शन के लिए कार्मिक विभाग में फाइल भेजी गई है।