आईसीसी के राजस्व और संचालन मॉडल में बदलाव के विरोध पर मतदान में बीसीसीआई की पिछले महीने 1-13 हार के बाद भारत के चैंपियंस ट्रॉफी में हिस्सा लेने को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं। जिसके बाद विनोद राय ने बड़ा बयान दिया है। विनोद राय की अगुआई वाली प्रशासकों की समिति (सीओए) ने स्पष्ट किया है कि बीसीसीआई चैंपियंस ट्रॉफी से हटने का फैसला नहीं ले सकता है।
विनोद राय की अगुआई वाली प्रशासकों की समिति (सीओए) का कहना है कि सीओए की स्वीकृति के बिना बीसीसीआई के पदाधिकारियों को भारत के चैंपियंस ट्रॉफी में हिस्सा न लेने के बारे में कोई फैसला करने का अधिकार नहीं है।
विनोद राय ने कहा, ‘हां, हमने निर्देश जारी किए हैं कि आईसीसी राजस्व मॉडल से संबंधित कोई भी फैसला आम सभा की विशेष बैठक (एसजीएम) में लिया जाना चाहिए, लेकिन बीसीसीआई इकाइयों को कहा गया है कि वे हमारी स्वीकृति के बिना चैंपियंस ट्रॉफी से हटने के संदर्भ में कानूनी नोटिस जारी नहीं कर सकते।’
राय ने आगे कहा कि, ‘कुछ अधिकारियों ने टेलीकॉन्फ्रेंस की है और उपरोक्त मामले में फैसला करना चाहते हैं। चैंपियंस ट्रॉफी से हटने के कारण भारत अगले 8 साल तक आईसीसी टूर्नमेंट में नहीं खेल पाएगा। कुछ सदस्य इस पर फैसला नहीं कर सकते। यह समझने की जरूरत है कि इस तरह का फैसला जल्दबाजी में नहीं किया जा सकता। खंडित फैसला नहीं हो सकता जहां कुछ हटने के पक्ष में हो और कई सदस्य इस फैसले के खिलाफ हों। अगर आप मुझसे पूछो तो यह बड़ा कदम तभी लिया जाना चाहिए जब सभी 30 सदस्य सर्वसम्मति से फैसला करें कि हटना जरूरी है।’
राय ने कहा कि अगर स्थिति आती है कि भारत को चैंपियंस ट्रॉफी से हटने की जरुरत है, तो बीसीसीआई एसजीएम में मतदान के पात्र सभी 30 सदस्यों का सर्वसम्मत फैसला होना चाहिए।