बिटकॉइन

भारतीय रिजर्व बैंक की डिजिटल मुद्रा बिटकॉइन के उपयोग को लेकर चेतावनी के बावजूद रोजाना 2,500 से ज्यादा लोग डिजिटल मुद्रा बिटकॉइन में निवेश कर रहे हैं। एक घरेलू बिटकॉइन एक्सचेंज के अनुसार इसे डाउनलोड करने वालों की संख्या पांच लाख तक पहुंच गई है। एप आधारित बिटकॉइन एक्सचेंज जेबपे ने बयान में कहा कि एंड्राएड प्लेटफॉर्म पर उसके डाउनलोड की संख्या पांच लाख से ऊपर पहुंच गई है और इसमें हर दिन 2,500 से ज्यादा इजाफा हो रहा है। कंपनी ने कहा कि यह लोगों के बीच बिटकॉइन की अधिक स्वीकार्यता को दर्शाता है।

कंपनी ने कहा कि इससे यह पता चलता है कि बिटकॉइन को लोग स्वीकार कर रहे हैं। कंपनी ने 2015 में ही अपना परिचालन शुरू किया है। आपको बता दें कि उल्लेखनीय है कि केंद्रीय बैंक बार-बार बिटकॉइन जैसी डिजिटल मुद्राओं के उपयोग पर अपनी चिंताएं जाहिर कर चुका है क्योंकि इससे वित्तीय, विधिक, ग्राहक सुरक्षा एवं सुरक्षा जैसे मुद्दों पर गंभीर खतरा हो सकता है।

क्या है बिटकॉइन
इंटरनेट पर इस वर्चुअल करेंसी की शुरुआत जनवरी 2009 में बिटकॉयन के नाम से हुई थी। खबरों के मुताबिक भारत में एक बिटकॉइन की कीमत लगभग 1 लाख 10 हजार रुपए है इसलिए इसे महंगी करेंसी भी कहा जाता है। कम्प्यूटर नेटवर्कों के जरिए इस मुद्रा से बिना किसी मध्यस्थता के लेन-देन किया जा सकता है। इस भुगतान के लिए किसी बैंक को माध्यम बनाने की भी जरूरत नहीं पड़ती।

बिटकॉयन का इस्तेमाल पीयर टू पीयर टेक्नोलॉजी पर आधारित है। इसका मतलब कि बिटकॉयन की मदद से ट्रांजैक्शन दो कंप्यूटर के बीच किया जा सकता है। इस ट्रांजैक्शन के लिए किसी गार्जियन अथवा सेंट्रेल बैंक की जरूरत नहीं पड़ती। इस माध्यम से ट्रांजैक्शन की तमाम ऐसी खूबिया है जो मौजूदा समय में कोई बैंकिंग ट्रांजैक्शन नहीं देती। बिटकॉयन ओपन सोर्स करेंसी है जहां कोई भी इसकी डिजाइन से लेकर कंट्रोल को अपने हाथ में रख सकता है। इस माध्यम से ट्रांजैक्शन कोई भी कर सकता है क्योंकि इसके लिए किसी तरह की रजिस्ट्रेशन अथवा आईडी की जरूरत नहीं पड़ती।