अरविंद केजरीवाल सरकार की दो हफ्ते से खाली पड़ी मंत्रियों की दो कुर्सी कल फुल हो गई। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने जल संसाधन मंत्री कपिल मिश्रा को कैबिनेट से विदा करने के बाद खाली पड़े मत्रियों के दो पद के लिए गहलोत और गौतम के नाम की सिफारिश भेजी थी लेकिन उन्हें शपथ नहीं दिलाया गया था। दोनों मंत्रियों के बीच विभाग भी बांट दिया गया है। कैलाश गहलोत नजफगढ़ और राजेंद्र पाल गौतम सीमापुरी के विधायक हैं। राजेंदर पाल गौतम को जल संसाधन, सोशल वेलफेयर, आर्ट एंड कल्चर और एससी-एसटी मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
बता दें कि दिल्ली के एलजी अनिल बैजल ने शुक्रवार की शाम दो मंत्रियों कैलाश गहलोत और राजेंद्र पाल गौतम को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
मत्रियों के दो पद के लिए केजरीवाल और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने 16 मई को भी ट्वीट किया था कि केंद्र सरकार 10 दिन से दोनों मंत्रियों की नियुक्ति की फाइल दबाए बैठी है।
Why is Centre delaying approving appointment of two ministers? More than 12 days
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 18, 2017
अरविन्द केजरीवाल ने गुरुवार की शाम को फिर से एक बार ट्वीट किया और सवाल उठाया कि केंद्र सरकार 12 दिन से मंत्रियों की नियुक्ति की फाइल दबाकर क्यों बैठी है।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर लिखा कि, “दिल्ली में 2 नए मंत्री की मंजूरी की फाइल 10 दिन से केंद्र सरकार लेकर बैठी है। अब तो कपिल का धरना और मीडिया की नौटंकी खत्म हो गई, अब तो कर दो।”
दिल्ली में 2 नए मंत्री की मंजूरी की फाइल 10 दिन से केंद्र सरकार लेकर बैठी है।अब तो कपिल का धरना और मीडिया की नौटंकी खत्म हो गई, अब तो कर दो।
— Manish Sisodia (@msisodia) May 16, 2017
केजरीवाल के इस ट्वीट के बाद 24 घंटे के अंदर ही दोपहर तक मंत्रियों को शपथ के लिए न्योता भेजा और शाम 5 बजे एलजी अनिल बैजल ने दोनों को शपथ दिला दी।