पिछले साल से गायब दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू के छात्र नजीब अहमद का अब तक कोई पता नही चल पाया है। नजीब अहमद की तलाश में पुलिस ने देश भर में 200 टीमों को लगाया हुआ है। यही नही पुलिस ने हर रेलवे स्टेशन, टोल और मेट्रो स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज को खंगाल चुकी है। 150 पुलिस वालों को हर उस शहर में भेजा गया है, जहां पर नजीब ने पढ़ाई की है या उसके रिश्तेदार रहते हैं। पुलिस की कई टीमें कोटा, रुड़की, अलीगढ़, आजमगढ़, कानपुर और अजमेर सहित कुछ अन्य शहरों में नजीब की तलाश में जाकर खाली हाथ लौट चुकी है। मगर अब तक इसमें कोई कामयाबी हाथ नही लगी है।
वहीं अब इस मामले को दिल्ली हाईकोर्ट ने छात्र नजीब अहमद की गुमशुदगी के मामले की जांच को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दी है। आपको बता दें नजीब अहमद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कुछ सदस्यों से कथित झगड़े के बाद अक्टूबर 2016 से ही गुमशुदा है। जिसका अब तक कोई पता नही चल पाया है।
वहीं अदालत ने मामले की आगे की जांच सीबीआई से कराने का निर्देश देते हुए यह भी स्पष्ट किया कि जांच की अगुवाई करने वाला अधिकारी डीआईजी रैंक से कम का नहीं होना चाहिए। इससे पहले दिल्ली पुलिस ने कहा कि यदि अदालत इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपती है, तो उसे कोई आपत्ति नहीं होगी। हाईकोर्ट का यह निर्देश नजीब अहमद की मां फातिमा नफीस की बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर सुनवाई के दौरान आया, जिन्होंने अपनी याचिका में मांग की है कि दिल्ली पुलिस तथा दिल्ली सरकार उनके बेटे को अदालत के समक्ष पेश करे। वहीं इस मामले की अगली सुनवाई के लिए 17 जुलाई की तिथि निर्धारित की गई है।