नयी दिल्ली, मोस्ट वांटेड अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के जानी दुश्मन छोटा राजन पर मौत का साया मंडरा रहा है. जी हां, खुफिया एजेंसियों ने खुलाया किया है कि दाऊद दिल्ली के एक लोकल गैंग के जरिए छोटा राजन को ठिकाने लगाने की फिराक में हैं. इसके बाद छोटा राजन की सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है.
सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद छोटा राजन को मारने की साजिश जेल की चारदीवारी के अंदर ही रची जा रही थी. गैंगस्टर नीरज बवाना डी कंपनी के इशारे पर छोटा राजन को मारने की योजना में था. लेकिन साजिश को अंजाम देने से पहले से ही बवाना गैंग के एक सदस्य ने इसे लीक कर दिया.
जानकारी के मुताबिक, तिहाड़ जेल नंबर-2 में गैंगस्टर नीरज बवाना और अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन एक ही साथ बंद थे. लेकिन खुफिया अलर्ट के बाद दोनों को अलग-अलग कर दिया गया है. छोटा राजन को हाई सिक्योरिटी के बीच जहां जेल नंबर-2 में रखा गया है, वहीं गैंगस्टर नीरज बवाना को तन्हाई सेल में डाला गया है.
बताया जा रहा है कि डीकंपनी के गुर्गे और नीरज बवाना के एक साथी के बीच हुई बातचीत से यह खुलासा हुआ है. दोनों की कॉल इंटरसेप्ट करने के बाद पता चला कि डीकंपनी छोटा राजन को मरवाना चाहती है. वह भी नीरज बवाना के गुर्गों के जरिए. एहतियात के तौर पर तिहाड़ जेल प्रशासन ने नीरज बवानिया के सेल को बदल दिया है.
दिल्ली पुलिस ने इस कॉल को इंटरसेप्ट के बाद जांच शुरू कर दी है. पिछले काफी समय से छोटा राजन तिहाड़ जेल में बंद है. ऐसे डीकंपनी को लगता है कि उसको वहीं के लोकल गैंग के जरिए आसानी से मरवाया जा सकता है. इसके लिए डीकंपनी पहले भी कई बार कोशिश कर चुकी है. लेकिन समय रहते पुलिस इसका पर्दाफाश कर देती है.
आपको बता दें कि करीब दो दशक से भारतीय पुलिस की आंखों में धूल झोंकने वाला अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन 25 अक्टूबर, 2015 को इंडोनेशिया के बाली से गिरफ्तार किया गया था. फर्जी पासपोर्ट मामले में पटियाला हाउस कोर्ट की विशेष अदालत ने अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन को सात साल की सजा सुनाई है. वह इनदिनों तिहाड़ जेल में बंद है.