बंगलुरु, कर्नाटक काडर की आईपीएस अधिकारी डी रूपा एक बार फिर सुर्खियों में हैं। उन्होंने नम्मा बेंगलुरु अवॉर्ड लेने से इंकार कर दिया है। इसके लिए रूपा ने फाउंडेशन को एक पत्र लिखा है कि सम्मान में भारी कैश रिवॉर्ड भी शामिल है जिसके चलते वह अवॉर्ड स्वीकार नहीं कर सकती हैं। फाउंडेशन को लिखे दो पन्नों के पत्र में रूपा ने लिखा, “मैं आभारी हूं कि आपने मुझे इस सम्मान के लायक समझा, लेकिन मैं यह अवॉर्ड स्वीकार नहीं कर पाउंगी। क्योंकि इसमें भारी कैश रिवॉर्ड है और मेरी अंतरात्मा मुझे इस बात की इजाजत नहीं देती।”
सम्मान स्वीकार्य नहीं
रूपा ने आगे लिखा कि यह हर सरकारी कर्मचारी के लिए यह जरूरी है कि वह अर्धराजनीतिक या राजनीतिक झुकाव रखने वाले संगठनों के बीच समन्वय और सम्मानजनक दूरी बनाकर रखें। उन्होंने आगे लिखा है कि “केवल तभी एक सरकारी कर्मचारी समाज में अपनी साफ छवि बनाकर रह सकता है। आगामी चुनाव को देखते हुए यह मुझे और अधिक प्रासंगिक लगता है।” इस सम्मान के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद और सम्मान स्वीकार नहीं कर पाने के लिए मैं आपसे माफी चाहूंगी।
जेल में शशिकला को VIP ट्रीटमेंट का किया था खुलासा
डी रूपा ने जुलाई 2017 में पुलिस महानिदेशक को एक रिपोर्ट सौंपी थी। जिसमें कहा गया था कि आय से अधिक संपत्ति मामले में केंद्रीय कारागार में बंद शशिकला को विशेष सुविधाएं दी जाती हैं। इस तरह की चर्चा है कि इसके लिए दो करोड़ रुपयों का लेन-देन हुआ है।
रूपा के बारे में खास बातें
– 2000 में आईपीएस अधिकारी बनीं रूपा ने यूपीएससी में 43वां स्थान हासिल किया था।
– प्रशिक्षण के दौरान अपने बैच में वह पांचवें स्थान पर रहीं।
– रूपा अपने बैच की अकेली अधिकारी रहीं जिन्हें कर्नाटक कैडर मिला।
– एनपीएस हैदराबाद में प्रशिक्षणप्राप्त रूपा शार्पशूटर भी हैं और शूटिंग में उन्होंने कई पदक जीते हैं।
– उनकी सेवाओं के लिए प्रतिष्ठित राष्ट्रपति के पुलिस पदक से भी नवाजा गया है।
– रूपा भरतनाट्यम की डांसर होने के साथ-साथ शास्त्रीय हिंदुस्तानी संगीत में भी पारंगत हैं।
– रूपा समय समय पर अख़बारों में सामजिक विषयों पर लेख लिखती रहती है। इसे वह अपनी सामाजिक जिम्मेदारी का एक हिस्सा मानती है।