शिलांग: मेघालय के राज्यपाल गंगा प्रसाद ने नेशनल पीपल्स पार्टी के अध्यक्ष कोनराड संगमा को आज राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। कोनराड संगमा के अलावा राज्यपाल ने यहां राजभवन में 11 मंत्रियों को भी शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, मणिपुर के मुख्यमंत्री एन.बीरेन. सिंह और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता नलिन कोहलीभी मौजूद थे। संगमा वर्तमान में तूरा लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं।
एनपीपी अध्यक्ष ने रविवार को राज्यपाल से मुलाकात कर 60 सदस्यीय विधानसभा में 34 विधायकों के समर्थन के साथ सरकार बनाने का दावा पेश किया था। मेघालय की जनता ने खंडित जनादेश दिया था। चुनाव परिणामों में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी थी। केंद्र और मणिपुर में भाजपा की सहयोगी पार्टी एनपीपी मामूली से अंतर के साथ दूसरे नंबर की पार्टी बनी थी।
एनपीपी को मिला इनका समर्थन
संगमा ने रविवार को राज्यपाल से मुलाकात की और 60 सदस्यीय विधानसभा में 34 विधायकों के समर्थन के साथ सरकार बनाने का दावा पेश किया। बैठक के बाद उन्होंने कहा था, ‘‘हमने राज्यपाल से मुलाकात की और 34 विधायकों के समर्थन का पत्र पेश किया जिसमें 19 विधायक एनपीपी के, 6 यूनाईटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट, 4 पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी, 2 हिल स्टेट डेमोक्रेटिक पार्टी (एचएसपीडीपी), 2 भाजपा के और 1 निर्दलीय विधायक है।’’
जीत के भी हार गई कांग्रेस
मेघालय में त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति बनी है जहां कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी जो अपनी विरोधी नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) से मामूली अंतर से आगे है। एनपीपी केंद्र और मणिपुर में भाजपा की सहयोगी पार्टी है। पिछले दस वर्षों से राज्य की सत्ता में रही कांग्रेस को 27 फरवरी को 59 सीटों पर हुए मतदान में 21 सीटें हासिल हुईं। यह आंकड़ा सामान्य बहुमत से दस कम है। कांग्रेस के पार्टी पदाधिकारियों और नेताओं ने कहा कि राज्यपाल के साथ बैठक में उन्होंने सरकार बनाने का दावा पेश किया था। कांग्रेस के तीन केंद्रीय नेताओं-कमलनाथ, अहमद पटेल और सी.पी. जोशी के प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को राज्यपाल से मुलाकात की थी लेकिन बाजी एनपीपी मार गई।