वाशिंगटन, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने अमेरिकी दौरे पर बर्कले की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया को सम्बोधित किया। यहाँ पर भी राहुल ने अपने भाषण में नरेंद्र मोदी पर जमकर धावा बोला। उन्होंने नोटबंदी, कश्मीर नीति, विदेशनीति पर मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया तो वहीं राहुल ने स्वच्छ भारत अभियान की तारीफ भी की। उन्होंने माना कि पीएम मोदी मेरे से अच्छे वक्ता हैं।
कश्मीर मुद्दे पर राहुल ने कहा कि कश्मीर में आतंकवाद चरम पर था। 9 साल मनमोहन सिंह, चिंदबरम, जयराम नरेश के साथ मिलकर हमने आतंकवाद ख़त्म किया। हमनें एंटी इंडिया की सोच को खत्म किया. कश्मीर में कई पार्टियां हैं, PDP ने नए लोगों को राजनीति में लाने का काम किया लेकिन बीजेपी के साथ गठबंधन के बाद ये चीज बंद हुई। अब वो ही युवा लोग आतंकवादियों के पास जा रहे हैं. बीजेपी ने अपने राजनीतिक फायदे के लिए कश्मीर का नुकसान किया।
मोदी की विदेश को गलत ठहराते हुए राहुल बोले ,आज रूस पाकिस्तान को हथियार बेच रहा है, जो पहले कभी नहीं हुआ ऐसा पहले नहीं होता था। नेपाल, बर्मा, श्रीलंका, मालदीव में चीन का दबदबा बढ़ रहा है, विदेश नीति में बैलेंस करना जरूरी है। अमेरिका के साथ दोस्ती करना जरूरी लेकिन दूसरे देशों से भी रिश्ते बनाना जरूरी है।
नोटबंदी पर राहुल बोले कि नोटबंदी ने देश की अर्थव्यवस्था को चोट पहुंचाई, और हमारी GDP 2% तक गिर गई. नोटबंदी करते समय संसद को अंधेरे में रखा गया।
उन्होंने कहा कि कोई भी पार्टी जो भारत में 10 साल तक सत्ता में है वो अभी बुरे समय से गुजर रही है, भारत में कोई लंबे समय तक सत्ता में नहीं रह सकता है. कांग्रेस बीजेपी और RSS की तरह नहीं है, मेरा काम लोगों का सुनना है उसके बाद फैसला लेने का है। मैं किसी और की तरह खड़ा होकर नहीं बोलता देखिए मैं ये कर दूंगा। बीजेपी ने लोगों से बात करना बंद कर दिया है. नरेगा, जीएसटी हमारा प्रोग्राम है, और अब वो उस पर ही काम कर रहा है।
राहुल ने कहा, “मैं पीएम की जिम्मेदारी लेने को तैयार हूं, लेकिन हमारी पार्टी में लोकतंत्र है अगर पार्टी कहेगी तो मैं जिम्मेदारी लूंगा। परिवारवाद पर हमारी पार्टी पर निशाना मत साधें, हमारा देश इसी तरह काम करता है। अखिलेश यादव, एमके स्टालिन, अभिषेक बच्चन कई तरह के उदाहरण हैं। इसमें मैं कुछ नहीं कर सकता हूं। जो मायने रखता है कि क्या उस व्यक्ति में क्षमता है या नहीं।
अमेरिका की अपनी यात्रा में राहुल गांधी प्रवासी भारतीयों से भी बातचीत करेंगे ताकि वे भारत के विकास में योगदान दे सकें। राहुल गांधी सैन फ्रांसिस्को से लॉस एंजिलिस जाएंगे। उनके अस्पेन इंस्टीट्यूट में थिंक टैंक समुदाय से भी बातचीत करने की योजना है।