प्रशासकों की समिति (COA) ने BCCI के टॉप अधिकारियों को बर्खास्त करने की मांग की है। सुप्रीम कोर्ट से लोढ़ा समिति के सुधारों का जानबूझकर पालन नहीं करने के लिए बीसीसीआई के मौजूदा अध्यक्ष सीके खन्ना, सचिव अमिताभ चौधरी और कोषाध्यक्ष अनिरुद्ध चौधरी सहित मौजूदा के पदाधिकारियों को की मांग की है।
विनोद राय और डायना एडुल्जी की समिति ने अपनी कड़ी रिपोर्ट में बोर्ड का चुनाव नहीं होने तक न्यायालय से बोर्ड का शासन प्रबंध और प्रशासन को उनके हाथ में सौंपने की मांग की है। साथ ही COA ने 26 जुलाई को आयोजित एसजीएम में हिस्सा लेने को लेकर बोर्ड के सीईओ राहुल जौहरी और कानूनी टीम को भी लताड़ लगाई है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में इन तीन अधिकारियों के कामकाज का लेखा-जोखा पेश किया गया है।
सीओए की 26 पृष्ठों की रिपोर्ट में कहा गया है कि सीके खन्ना, अमिताभ चौधरी और अनिरुद्ध चौधरी को उसी तरह से हटाया जाए जैसे बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष अनुराग ठाकुर और सचिव अजय शिर्के को हटाया गया था। COA ने कोर्ट से राहुल जौहरी के नेतृत्व में काम करने वाले पेशेवर समूह को अपने अधिकार में लेने की मांग की है।
COA ने इस बात का भी जिक्र किया है कि कोर्ट के 24 जुलाई के निर्देशों का गलत तरीके से उल्लेख कर 26 जुलाई को हुई एजीएम से जौहरी और दूसरे प्रशासनिक अधिकारियों और कानूनी टीम को बैठक से बाहर जाने को कह दिया गया था।
सीओए ने कहा कि बीसीसीआई को छह रिटायर्ड जजों के नाम देने के बावजूद पदाधिकारियों ने इस पर फैसला नहीं किया। हितों के टकराव के नए नियमों को स्वीकार करने में नाकाम रहने का भी रिपोर्ट में जिक्र किया गया है।