समाजवादी पार्टी के सत्ता से जाने के बाद से भाजपा ने सालों बाद यूपी की सत्ता में वापसी कर ली है। भाजपा ने सरकार बनाने के बाद से अखिलेश सरकार के कई फैसलों को बदलना शुरू कर दिया था। इसी क्रम में अब भाजपा की योगी सरकार ने पूर्व सीएम अखिलेश के एक और ड्रीम प्रोजेक्ट पर रोक लगा दी है।
सीएम योगी ने लगाई रोक-
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी को 47 सीटें प्राप्त हुई थी। इसके बाद से सपा सरकार के कई कामों को योगी सरकार ने बदलना शुरू कर दिया था। अब पूर्व सीएम अखिलेश के एक और ड्रीम प्रोजेक्ट पर योगी सरकार ने रोक लगा दी है। भारत-नेपाल सीमा पर कपिलवस्तु में निर्माणाधीन सिद्धार्थ विश्वविद्यालय पर सीएम योगी की नजरें टेढ़ी हो गयी हैं। योगी सरकार ने विश्वविद्यालय के लिए जारी होने वाले फंड पर रोक लगा दी है। इसके अलावा अभी तक खर्च हुए 152 करोड़ रूपये के कार्यों का हिसाब भी माँगा है। सरकार के इस आदेश के बाद से विवि प्रशासन काफी परेशान हो गया है।
यूपी सरकार के इस नए आदेश के बाद चल रहा विकास कार्य ठप हो गया है। सरकार का कहना है कि अब तक कार्य का सत्यापन करने बाद ही धन रिलीज होगा। इसकी स्थापना की शुरुआत पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय के कहने पर हुई थी। इस प्रोजेक्ट की नींव खुद तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव ने रखी थी। लगभग 450 करोड़ के प्रोजेक्ट को पूरा करने में अखिलेश सरकार ने काफी तेजी दिखाई थी। साल 2013 में पूर्व सीएम अखिलेश यादव नेखुद इस विश्वविद्यालय की नींव रखी थी। इसके प्रशासनिक भवन के बनने पर अखिलेश ने खुद इसका उद्घाटन किया था। अब देखना है कि अखिलेश के इस ड्रीम प्रोजेक्ट पर योगी सरकार क्या फैसला लेती है।