सर्राफा

उत्तर प्रदेश में बढ़ते अपराध को लेकर विधानसभा में सीएम योगीने कहा कि सूबे में अपराधियों को कतई नहीं बख्शा जाएगा। सीएम ने सदन को बताया कि अपराधियों से निर्ममता से निपटा जाएगा।

उन्होंने कहा कि अपराधियों की पुरानी आदतें जल्दी छूटने वाली नहीं है, लेकिन अपराधी उत्तर प्रदेश में अपना भविष्य खुद तय करें। योगी ने फिर दोहराया कि किसान, व्यापारी और बेगुनाहों के खिलाफ अन्याय कतई बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।

इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कानून-व्यवस्था को लेकर सरकार के लिए कई सवाल खड़े किए थे।

उत्तरप्रदेश के मथुरा में सोमवार की रात सरे बाजार हुए लूट और हत्या की घटना के विरोध में शुक्रवार को सूबे के ज्वैलर्स हड़ताल जारी है। सर्राफा व्यापारियों की मांग है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सभी ज्वैलर्स की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। आपको बता दें कि मथुरा में लूट के बाद दो व्यापारियों की हत्या कर दी थी।

शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने यूपी विधानसभा में कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाया। अखिलेश ने इस पर कहा कि, ‘सर्राफा व्यापारियों की हड़ताल से पूरे प्रदेश में करोड़ों का घाटा होने की संभावना है। अकेले लखनऊ में ही लगभग 3000 ज्वैलर्स हड़ताल पर रहेंगे, जिससे लगभग 12 करोड़ का घाटा हो सकता है, पूरे प्रदेश में करीब 1.5 लाख ज्वैलर्स हड़ताल करेंगे।’

अखिलेश बोले कि, ‘मुझे तो पता ही नहीं था कि हमारे नेता अधिकारी इतना अच्छा झाडू लगाते है। मैं बुंदेलखंड गया था वहां सिर्फ अन्न गाय दिखाई दी, गाय ही हमें रास्ता दिखा रही थी, सभी सड़कों और डिवाइडर पर गाय ही दिखाई दी थी। बताओ गाय की वजह से आदमी की जान ले ली।’

अखिलेश ने मथुरा कांड का मुद्दा उठाते हुए कहा कि यह सरकार कानून व्यवस्था पर ये पिछड़ गई है, मथुरा को आप नहीं सभाल पा रहे है। हमारी सरकार की याद मत दिलाना, ये आपकी सरकार है।

अखिलेश यादव ने अपने भाषण के दौरान कहा कि गोवा की भी जानकारी दे, वहां गौ को लेकर आपकी क्या नीति है। राज्य सरकार आप नफरत फैलाना चाहते हैं। कानून व्यवस्था पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। 100 नंबर लागू करना कितना मुश्किल था, मै तो कहता हूं कि सरकार के लोग 100 नंबर जाकर देखें। 100 नंबर सबसे बेहतरीन सिस्टम है, ये आपके भी घोषणा पत्र में है। ये जो भी हम समाजवादियों का किया हुआ है।

अखिलेश ने कहा, ‘लखनऊ का एक्सप्रेस-वे देश का सबसे बेहतरीन एक्सप्रेस-वे है, पीएम इससे बेहतरीन सड़क नहीं बना सकते क्योंकि उनके पास वक्त नहीं है। रिवर फ्रंट की जितनी चाहे जांच करा ले लेकिन जबतक शहरों की नदियां पर रिवर फ्रंट नहीं बनेगा तबतक नदी साफ नहीं होगी।’