लखनऊ, कासगंज में गणतंत्र दिवस पर तिरंगा यात्रा के दौरान अचानक सांप्रदायिक हिंसा में मारे गए चंदन गुप्ता के परिवारीजन को उत्तर प्रदेश सरकार ने आर्थिक सहायता प्रदान की है। गणतंत्र दिवस के मौके पर तिरंगा यात्रा के दौरान हुए दो पक्षों के बीच खूनी संघर्ष में चंदन गुप्ता की मौत हो गई थी।
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतक चंदन के परिवार को 20 लाख रुपए मुआवजा देने के घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर इसका निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कासगंज हिंसा में मारे गए चंदन गुप्त के परिवारीजन को 20 लाख रुपए की आर्थिक मदद देने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर यह निर्देश दिए।
प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कासगंज में हुई घटना को दुखद बताते हुए इसकी निन्दा की। उन्होंने कहा कि जो लोग भी इसके लिए दोषी हैं, उनमें से एक भी व्यक्ति नहीं बख्शा जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद हालात की समीक्षा की है। अपराधी चाहे जितना बड़ा या प्रभावशाली हो, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अब हमारे पास कड़े कानून आ गए हैं। यह गड़बड़ी करने वालों के लिए चेतावनी भी है। कुछ लोग लूटपाट कराने और आपसी मतभेद कराने कोशिश कर रहे हैं। दंगे करने वालों के साथ-साथ फसाद की साजिश करने वाले भी दंडित होंगे। चिन्हित व्यक्तियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर दबिशें दी जा रही है। कानून व्यवस्था की स्थिति नियंत्रण में है। जनपद कासगंज शहर में धारा 144 सीआरपीसी लागू है।
कासगंज में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर तिरंगा यात्रा के दौरान हुए दो पक्षों के बीच खूनी संघर्ष में चंदन गुप्ता की मौत हो गई थी। हिंसक झड़प की आग पूरे शहर में फैल गई। जिसके बाद बीते चार दिन से कासगंज में तनाव बना।
पुलिस अब ड्रोन की मदद से शहर के दंगाईयों पर नजर रख रही है। पुलिस अधिकारियों की तरफ से लगातार बयान आ रहे हैं कि स्थिति नियंत्रण में है और धीरे-धीरे जनजीवन सामान्य हो जायेगा लेकिन इसमें थोड़ा वक्त लगेगा और पुलिस किसी प्रकार की लापरवाही अपने तरफ से बरतने के मूड में नहीं है।
पुलिस ने ऐक्शन दिखाते हुए अब स्थिति पर काबू पा लिया है। जिले की निगरानी के लिए पुलिस ड्रोन की मदद ले रही है।पुलिस का दावा है कि स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। लिहाजा अब कर्फ्यू लागू नहीं किया गया है। इलाके पर ड्रोन कैमरों की मदद से नजर रखी जा रही है।
पुलिस ने इस मामले में अब तक 112 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है कि स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। शहर पर ड्रोन कैमरों की मदद से नजर रखी जा रही है। कासगंज हिंसा मामले में अब तक कुल 112 लोग गिरफ्तार हैं।
इनमें से 31 इस हिंसा के मामले में अभियुक्त हैं। 81 अन्य को एहतियातन गिरफ्तार किया गया है। इस हिंसा के मामले में अब तक पांच मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इनमें से तीन कासगंज के कोतवाल की तहरीर पर दर्ज हुए हैं। पुलिस महानिरीक्षक अलीगढ़ जोन संजीव कुमार गुप्ता ने बताया नामजद आरोपियों के घरों पर दबिश दी जा रही है। इस दौरान कुछ हथियार बरामद किए गए हैं। पुलिस यहां पर किसी भी मामले में जरा सा भी ढील नहीं दे रही है।
आगरा जोन के अपर पुलिस महानिदेशक अजय आनन्द ने दावा किया कि शहर में डर का माहौल नहीं है।पुलिस ने वारदात पर रोक लगाई है और घटनाओं में शामिल किसी भी व्यक्ति को नहीं बख्शा जाएगा। लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है। जब तक ऐसा आखिरी व्यक्ति नहीं पकड़ लिया जाता, तब तक हमारा अभियान जारी रहेगा।