चिंतपूर्णी: धार्मिक स्थल चिंतपूर्णी में जिला प्रशासन द्वारा घोषित 3 दिन तक चलने वाले नववर्ष मेले का मंगलवार को समापन हो गया। करीब 50 हजार श्रद्धालुओं ने पावन पिंडी की पूजा-अर्चना की। मंदिर अधिकारी प्रेम लाल शर्मा ने बताया कि 3 दिनों में 42,89,154 रुपए श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाए गए गणना के दौरान प्राप्त हुए हैं। वहीं 18 ग्राम 500 मिलीग्राम सोना व 2 किलो 350 ग्राम चांदी भी श्रद्धालुओं द्वारा भेंट रूप चढ़ाई गई मंदिर न्यास को प्राप्त हुई है। नववर्ष मेले में व्यवस्थाओं की बात करें तो जिला प्रशासन द्वारा मेले के दौरान धारा 144 का श्रद्धालुओं ने उल्लंघन करते हुए ढोल नगाड़ों, आतिशबाजी व लाऊड स्पीकरों का जमकर प्रयोग किया। इस कारण प्रशासन के दावे खोखले साबित हुए।
मुख्य बाजार में रात भर अव्यवस्था फैली रही। इंतजामों की धज्जियां उड़ती रहीं। पूर्व ट्रस्टी केवल कृष्ण, निरंजन कालिया ने बताया कि अतिरिक्त पुलिस कर्मचारियों की तैनाती के बाद भी व्यवस्थाएं संतोषजनक नहीं पाई गईं। उन्होंने बताया कि मेले में लंगर संस्थाओं ने भी नियमों का पालन नहीं किया। दिन भर गंदगी को सड़कों पर फैंकते रहे। उन्होंने कहा कि हजारों श्रद्धालु बिना पर्ची के लाइनों में घुसते रहे, वहीं पर्ची सिस्टम में कोई पारदर्शिता नहीं थी।