डोकलाम विवाद के बीच चीन की मीडिया का कहना है कि ब्रिक्स समिट में भारत बाधा डाल सकता है, ताकि चीन को ब्लैकमेल कर सके। ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि भारत यह सबकुछ इसलिए कर रहा है ताकि वह अपने क्षेत्र को सुरक्षित कर सके और चीन के सड़क निर्माण को रोक सके।
ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि सितंबर में चीन के जिआमेन में होने वाले ब्रिक्स समिट में इस विवाद का असर होगा। साथ ही उन्होंने लिखा है कि भारत के नेताओं को लगता है कि देश खुशहाल है और उसे अमेरिका और जापान का भी समर्थन हासिल है। लेकिन भारतीय नेताओं ने यह समझने में गलती की है कि चीन की सरकार अपने देश की सुरक्षा और संप्रभुता को लेकर कितनी प्रतिबद्ध है।
नेशनल डिफेंस यूनिवर्सिटी ऑफ द पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के इंटरनेशनल कॉलेज ऑफ डिफेंस में सहायक प्राध्यापक यू दोंगशियोम ने कहा कि अगर भारतीय रणनीतिकार और नीति निर्माता यह सोचते हैं कि चीन वापस लौट जाएगा, तो वह गलती कर रहे हैं।
व्यापार युद्ध गहराने की आशंका
चीनी सरकारी मीडिया ने सोमवार को कहा कि भारत व चीन के बीच व्यापार युद्ध की आशंका गहराती नजर आ रही है। डोकलाम में सैन्य गतिरोध के बीच भारत ने 93 चीनी उत्पादों पर डंपिंगरोधी शुल्क लगा दिया है। चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी के मुखपत्र ‘ग्लोबल टाइम्स’ में एक आलेख में चीन की कंपनियों से ‘भारत में निवेश करने के जोखिमों पर पुनर्विचार’ करने का आग्रह किया है इ.सके साथ ही इसमें भारत को आगाह किया गया है कि वह ‘अपने इन खराब फैसलों के संभावित परिणामों’ का सामना करने को तैयार रहे। आलेख के अनुसार चीन भारतीय उत्पादों पर प्रतिबंध लगाते हुए आसानी से बदले की कार्रवाई कर सकता है।